राकेश सोनी
बगहा : नेपाल के लगातार वारिश से गण्डक नदी का जलस्तर में भारी बृद्धि से निकले इलाकों में तबाही मचा शुरू कर दिया है। वाल्मीकि नगर बराज से 4 लाख 36 हज़ार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से प्रशासन हाई अलर्ट पर है पश्चिम चंपारण जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बगहा के कई जगह पर गण्डक नदी के तटबंध का जायजा लिया। जााहैं उन्होंने कई आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को दी।
निरीक्षण के क्रम में डीएम ने एनडीआरएफ की टीम से पूरी तरीके से तैयार रहने का निर्देश दिया। डीएम ने सभी पदाधिकारियों से कहा कि इसे हल्के में ना लें, पानी का स्तर अभी भी बढ़ेगा सभी लोग अलर्ट मोड में रहे। बाढ़ का पानी से बचाव के लिए अलर्ट मोड में रहना जरुरी होता है। थोड़ी सी भी असावधानी बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है।
निचले इलाके को करें खाली
डीएम ने गंडक के तटबंध का किया निरीक्षण
निचले इलाकों को खाली करने का दिया निर्देश
गंडक के तटबंध की मॉनिटरिंग करने और लोगों को जागरुक करने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगो से अपील किया कि प्रशासन के द्वारा चयनित स्थानों पर विस्थापित हो। विस्थापित जगहों पर लोगों को समुदायिक किचन के माध्यम से राहत मुहैया कराने का निर्देश दिया।
गंडक में नाव के परिचालन पर रोक
गंडक नदी में नाव के परिचालन पर अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए गंडक में छोटी, बड़ी नाव के भी परिचालन पर पूर्णता रोक लगा दी। जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को करते हुए कहा कि नदी में जलस्तर को देखते हुए किसी के भी प्रवेश पर पूर्णता मनाई रहेगी। अगर इसके बाद भी किसी के द्वारा नदी में प्रवेश किया जाता है तो संबंधित लोगों पर कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
इसके साथ ही जिला पदाधिकारी ने स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों को गंडक के तटबंधों की लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया । उन्होंने बताया कि बाढ़ की संभावना को देखते हुए बगहा अनुमंडल में एनडीआरएफ की दो टीमों को लगातार कैम्प कर रही है। एनडीआरएफ की टीम को निर्देशित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि नगर के कैलाश नगर, रतनमाला ,चखनी सहित निचले इलाके के लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें जगह खाली करने का निर्देश दिया।