NEWSPR DESK- खरीदार सब्जी का रेट सुनकर वापस लौट जा रहे है। कहा जाता है की गर्मी में अप्रैल में जून जैसी गर्मी पड़ने से किसानों के खेतों में लगी सब्जी पर विपरीत असर पड़ रहा है। सब्जी के पौधे गर्मी के कारण मुरझाना शुरू कर दिए हैं। किसान सब्जी के पौधों के सूखने से बचाने के लिए लगातार सिंचाई कर रहे हैं।
तेज पछुआ हवा से सब्जी की फसलें झुलसकर बर्बाद हो रही हैं। गर्मी के प्रकोप से परवल, लौकी, नेनुआ, भिंडी, करैला, हरा मिर्च, खीरा, भिंडी, पालक पर विपरीत असर पड़ता दिख रहा है। हरी सब्जी की उपज कम होने के कारण बाजार में हरी सब्जी का दर मंहगा हो गया है।