घर की बेटी के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए भटकने को मजबूर पिता-भाई, चार महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली, ससुरालवाले करते थे प्रताड़ित

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद समाहरणालय परिसर में एक पिता और भाई अपने घर की लाडली वंदना कुमारी के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए पिछले 4 माह से दर-दर की ठोकरें खा रहे लेकिन अभी तक इस मामले में ना तो वंदना के हत्यारों की गिरफ्तारी हुई और ना ही इनकी शिकायत कहीं सुनी जा रही है।

इस संबंध में गया के कोंच थाना क्षेत्र के दुषाध बीघा निवासी उमेश पासवान ने बताया कि वर्ष 2015 में उन्होंने अपनी बेटी वंदना की शादी गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के सोसना गांव निवासी सुबोध कुमार के साथ की थी। बेटी के शादी के पूर्व ही ससुराल वालों की जितनी भी डिमांड थी सभी पूरी की गई थी। शादी के बाद कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक-ठाक चला। लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे दामाद और जेठानी का जुल्म बंदना पर बढ़ता गया।

बेटी पर बढ़ते जुल्म की जानकारी मिलते ही समझौते भी कराए गए और दामाद के डिमांड भी पूरे किए गए। उसके बावजूद भी बेटी वंदना के ऊपर प्रताड़ना का दौर नहीं थमा और 9 जनवरी 2022 में गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई। पासवान ने बताया कि बेटी के ससुराल वालों के द्वारा चिकित्सक के साथ मिलीभगत करके पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी बदलवा दिया गया और रिपोर्ट में मंतव्य ऐसा दिया गया जो चिकित्सकीय भाषा में स्वीकार नहीं है।

उन्होंने बताया कि इस संबंध में औरंगाबाद के एसपी से भी दो बार मिलकर न्याय की गुहार लगाई गई थी। परंतु उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती की आवाज साबित हुई। मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुनः जांच करवाने की मांग की जाएगी ताकि दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ सके। वही मृतका बंदना के भाई ने बताया कि यदि उसे न्याय नहीं मिला और उसके बहन के कातिल नहीं पकड़े गए तो वह समाहरणालय के सामने आत्मदाह कर लेगा।

मृतका के भाई ने यह आरोप लगाया है कि उसके बाद वहीं का अवैध संबंध अपने भाभी के साथ था जिसके कारण उसके बहन की हत्या की गई उसने अपने बहन के हत्या करने वालों ससुराल पक्ष के लोगों पर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की गुहार लगाई है। पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है।

औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट

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