NEWSPR डेस्क। एक दंपत्ति ने अपनी बेटी के साथ सुसाइड कर लिया। तीनों का शव कुछ दूरी पर फंदे से लटकटा मिला है। वहीं बेटे को जिंदा छोड़ दिया। हादसे का खुलासा तब हुआ जब बेटा बाहर खेलने गया। तभी बुआ ने उसे घर से आटा लाने के लिए भेजा। उसने घर जाने से इंकार कर दिया। वह कहने लगा कि घर में मम्मी-पापा और बहन फांसी पर लटके हुए हैं। मुझे अंदर जाने में डल लग रहा।
यह सुनकर बुआ चौंक गई। अंदर जाकर देखा तो हैरान रह गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। बता दें कि यह पूरी घटना यूपी के आगरा के सिकंदरा क्षेत्र के आवास विकास सेक्टर-10 की सेक्टर 12 में EWS कॉलोनी के मकान नंबर-1046 की है। परिजन का कहना है कि बेटा मानसिक रोगी था। एक हफ्ते से घर में बंद था। पूरे परिवार को घर में बंद रखा था।
वहीं SSP प्रभाकर चौधरी ने बताया, ”पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। उसमें बेरोजगारी का जिक्र है। लिखा है कि परिवार पर बोझ बन गया हूं। साथ ही पति-पत्नी और बेटी की तरफ से सुसाइड करने की सहमति है। शायद 10 साल का बेटा मरने के लिए तैयार नहीं हुआ तो उसे जिंदा छोड़ दिया गया।’ मृतक की पहचान सोनू शर्मा (35 साल), पत्नी गीता (30 साल), 8 साल की बेटी सृष्टि के रूप में हुई है।
लड़के की मां ने बताया, कि ”सेक्टर-10 में रहने वाली गीता से सोनू ने लव मैरिज की थी। इसके बाद हरिद्वार में रहने लगा। वहां CNG गैस भरने का काम करता था। हरिद्वार में एक्सीडेंट हो जाने पर दोनों दोबारा आगरा आए, लेकिन यहां घर नहीं लौटे। किराए के मकान पर रहने लगे।” जिसके बाद धीरे-धीरे वो हमसे कटने लगा। बहू को कभी नीचे नहीं आने देता था। झगड़ा करता था, चिल्लाता रहता था। दिन भर सोता था, रात में जागता था। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले की आगे छानबीन में जुटी है।