घाटों पर छठव्रतियों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े इसको लेकर मुंगेर जिला प्रशासन ने कसा कमर।

Patna Desk

 

मुंगेर जिला अंतर्गत विभिन्न गंगा घाटों पर छठव्रतियों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े इसको ले जिला प्रशासन ने कमर कस लिया है। जिले के गंगा घाटों में लाखो व्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य देते है। जिसको ले मुंगेर आयुक्त , मुंगेर डीआईजी सहित जिले के तमाम वरीय पदाधिकारियों के द्वारा वोट के माध्यम से घाटों का निरीक्षण किया गया । और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए । आयुक्त ने कहा कि छठ घाटों पर सारी तैयारियां का जायजा लिया जो अंतिम चरण में है। सभी घाटों का नगर निगम प्रशासन द्वारा समुचित रूप से बैरिकेडिंग कर दिया गया है, ताकि डेंजर जोन में छठ व्रति श्रद्धालु न जा पाएं। साथ ही लाइटिंग की भी समुचित व्यवस्था की गयी है। हर घाटों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम की भी व्यवस्था की गयी है। डेंजर जोन, दलदली घाटों पर सैंड बैग्स के माध्यम से उसे दुरूस्त किया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। गंगा में कुल 15 घाट हैं जो लगभग डेढ से दो किलामीटर के रेडियस में है, जिसका मुआयना किया गया है। सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ अन्य सुविधाओं की भी व्यापक व्यवस्था की गयी है। जिला प्रशासन इस पर्व को शांति एवं सुरक्षित रूप से संपन्न कराने के लिए तत्पर है। महिला छठ व्रतियों के लिए सभी गंगा घाटों पर उनके वस्त्र बदलने की भी समुचित व्यवस्था की गयी है। इसके अलावे पांच छठ घाटों को खतरनाक छठ घाट के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसमें कंकड़ घाट, हेरिूदियारा घाट, बेलवा घाट, सीढ़ी घाट तथा जहाज घाट शामिल है। 19 एवं 20 नवंबर को नाव परिचालन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से परिचालित सरकारी नाव का ही सिर्फ परिचालन किया जाएगा, जिसमें प्रशासनिक देखरेख में प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती रहेगी। एसडीआरएफ की टीम भी पूरी सजगता के साथ लगातार भ्रमणशील रहेगी। गंगा घाटों के साथ-साथ अन्य तालाब एवं पोखरों के आस पास सफाई की भी समुचित व्यवस्था का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया गया है।

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