NEWSPR डेस्क। मुंगेर में गंगा अब अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है। जिस कारण देश के 52 शक्तिपीठों में से एक चंडिका स्थान के गर्भ गृह में 4 फीट पानी हो जाने के कारण गर्भ गृह के पट को श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। बताया जा रहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे बंद किया गया है।
मुंगेर में गंगा के जलस्तर में दिन प्रतिदिन लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिस कारण अब गंगा लोगों को डराने लगी है। अभी मुंगेर में गंगा का जल स्तर वार्निंग लेवल को पार करते बुरे 38.60 पर है। जबकि मुंगेर में जो गंगा के जल स्तर का खतरा निशान है वह 39.33 है। ऐसे में बता दूं कि मुंगेर में जो गंगा का अभी जल स्तर है वह खतरा निसान से मात्र 73 सेंटी मित्र नीचे बह रही है।
इधर गंगा के जल स्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण गंगा का पानी जहां तहां फैलने लगा है। गंगा का पानी अभी देश के 52 शक्ति पीठ में से एक मुंगेर में स्थापित मां चंडिका स्थान में 3 दिन पूर्व प्रवेश कर चुका था अब यह पानी मंदिर में लगभग 3 से 4 फीट के बीच जमा हुआ है। हालत ऐसी हो गई है कि मंदिर के गर्भ गृह का जो मुख्य द्वार है न्यास बोर्ड के समितियों द्वारा श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए आज से बंद कर दिया है।
जबकि मंदिर का मुख्य द्वार जो है वह खुला हुआ है जिस कारण श्रद्धालु मंदिर के आसपास जहां तहां पूजा अर्चना कर रहे हैं। वह मंदिर के सदस्य आलोक ने बताया कि मंदिर में गंगा का पानी काफी ज्यादा बढ़ जाने के कारण लगभग 4 फीट पानी जमा हो चुका है जिस कारण पानी में प्रवेश कर माता रानी की सुबह शाम का सरकारी पूजा किया जा रहा है।
इसके अलावे आने वाले आम लोगों के लिए मंदिर के गर्भ गृह का जो मुख्य द्वार है उसे बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अगर पानी में और ज्यादा बढ़ोतरी हुई तो पूर्णता मंदिर को बंद कर दिया जाएगा। बता दें कि जिले में केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार से सोमवार के बीच यानी 24 घंटे में 10 सेंटीमीटर पानी में बढ़ोतरी हुई है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट