मुंबईः फिल्म जगत को आज फिर एक बड़ा झटका लगा है। इंडस्ट्री की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट के चलते मुंबई में निधन हो गया। उन्हें बांद्रा स्थित एक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. देर रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और शुक्रवार को उनका निधन हो गया। वे 71 साल की थीं। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को मुंबई स्थित मलाड के मालवाणी में होगा।
कोरियोग्राफी को दी नई पहचान
सरोज खान ने सही मायने में कोरियोग्राफी को नई पहचान दी। चार दशक के लंबे करियर में सरोज खान को 2,000 से ज्यादा गानों की कोरियोग्राफी की। सरोज खान को अपनी कोरियोग्राफी की कला के चलते 3 बार नेशनल अवॉर्ड मिल चुका था। संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास में डोला-रे-डोला गाने की कोरियोग्राफी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा माधुरी दीक्षित की फिल्म तेजाब के यादगार आइटम सॉन्ग एक-दो-तीन और साल 2007 में आई फिल्म जब वी मेट के सॉन्ग ये इश्क… के लिए भी उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला था। सरोज खान ने आखिरी बार करण जौहर के प्रोडक्शन हाउस के तले बनी फिल्म कलंक में तबाह हो गए गाने गाने को कोरियोग्राफ किया था. इस गाने में माधुरी दीक्षित नजर आई थीं। यह फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी।
सभी बड़े कलाकारों के साथ किया काम
फिल्मों में सरोज खान ने बैकअप डांसर के रूप में अपना करियर शुरू किया था। फिल्म ज्वेलथीफ में वैजयंतीमाला पर फिल्माये गए गाने होंठों पर ऐसी बात में वह बैकअप डांसर रहीं। इसके बाद अपनी प्रतिभा के दम पर आगे बढ़ती गई। अपने चार दशक के फिल्मी करियर में उन्होंने इंडस्ट्री के हर बड़े कलाकार को अपनी ताल पर नचाया। विशेषकर, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित की सफलता में सरोज खान की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने माधुरी दीक्षित के साथ कई हिट गाने दिए।