भागलपुर के जोगसर थाना क्षेत्र अंतर्गत मनाली चौक के समीप नौलक्खा कोठी के पास एक अजीबोगरीब घटना हुई। दरअसल स्थानीय लोगों को घायल अवस्था में मेडिकल कॉलेज के पास एक बच्चा मिला जब लोगों ने बच्चे से पूछताछ की तो वह कुछ भी नहीं बता पा रहा था। बच्चे का बस कहना था कि उसकी याददाश्त चली गई है। और उसे अपने नाम के अलावा कुछ भी याद नहीं बच्चे से पूछे जाने पर उसने अपने घर का पता और माता पिता के नाम भी याद नहीं था। वही मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय लोगों ने 112 आपातकालीन सेवा मैं फोन कर मामले की जानकारी दी तभी 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को तिलकामांझी थाने लेकर गई क्षेत्राधिकार को लेकर तिलकामांझी पुलिस ने बच्चे को जोगसर थाने भेज दिया।
जहां पुलिस द्वारा पूछे जाने पर भी बच्चे ने कुछ भी नहीं बताया हालांकि कुछ देर बाद सारी बातें सामने आ गई जब बच्चे के माता पिता उसे ढूंढते हुए थाने पहुंच गए। दरअसल आदमपुर काली मंदिर निवासी मिट्ठू शर्मा का 13 वर्षीय पुत्र यश शर्मा शाम से ही लापता हो गया था। जिसे माता-पिता काफी देर से ढूंढ रहे थे माता पिता के पूछे जाने पर बच्चे ने बताया कि वह अपने स्कूल का कोई सामान लेने पास में ही जाने की बात कह कर घर से निकला था लेकिन काफी देर हो जाने पर जब वह वापस नहीं लौटा तो माता-पिता को भी बच्चे की चिंता होने लगी माता पिता ने बच्चे से पूछा कि वह कहां था तो बच्चे ने बताया कि वह स्कूल का सामान लेने तिलकामांझी की ओर चला गया था। तभी किसी अजनबी ने उसे चॉकलेट दिखाकर बहला-फुसलाकर ले जाने की कोशिश की और तिलकामांझी से दूर कैंप जेल की रोड की तरफ ले जा रहा था तभी बच्चे ने हिम्मत दिखाते हुए अजनबी व्यक्ति का हाथ छुड़ाकर भागने लगा वह भी उसके पीछे दौड़ा लेकिन भागने के क्रम में नौलक्खा कोठी के समीप बच्चा एक बाइक से टकरा गया।
जिससे उसे हल्की चोट भी लगी वहीं स्थानीय लोगों ने बच्चे को चोटिल देख जब उसके घर का पता पूछा तो वह अपने याददाश्त जाने की बात उन लोगों से कहने लगा। वहीं यश के माता-पिता ने पुलिस का शुक्रगुजार होकर पुलिस की तत्परता की सराहना की और कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण ही आज उनका बच्चावापस उन तक पहुंच पाया है साथ ही कहा ऐसी मानसिक हालत ठीक नहीं है और उसका किसी निजी अस्पताल में इलाज भी चल रहा है।