रितेश रंजन/ एक्सक्लूसिव
कटिहारः कटिहार जिले के हसनगंज प्रखंड से एक ऐसा विडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद कोई भी सोचने के लिए मजबूर हो जाएगा कि यह क्या हो रहा है। इस विडियो में कुछ बच्चे नदी में गैस सिलेंडर के साथ नजर आ रहे हैं। बताया गया कि बच्चे गैस सिलेंडर को नदी में एक तरफ से दूसरी तरफ पार कराने का काम करते हैं। अपनी जान जोखिम में डालकर सिलेंडर पार कराने पर इन्हें पैसों की जगह की चॉकलेट का लालच दिया जाता है। चौंकानेवाली बात यह है कि ऐसा करने पर कोई उन्हें मना भी नहीं करता है। जो कई सवाल खड़े करता है।
जान की कीमत 20 रुपए से भी कम
मामला कटिहार के हसनगंज प्रखंड के भासना नदी की है,बच्चो के जान जोखिम में डाल कर इस तरह से गैस सिलेंडर पार करने के पीछे की बजह ये है कि आमतौर पर नदी के इस पार से उस पार जाने में 20 रुपए भाड़ा लगता है। मगर साथ में अगर गैस सिलेंडर हो तो नाव की भाड़ा है दोगुनी हो जाता है, इसलिए नदी में तैरते बच्चों को महज चॉकलेट के लालच देकर हर रोज बड़ी आवादी वाले इस क्षेत्र के कुछ लोग गैस सिलेंडर पर करवा लेते हैं। कह सकते हैं कि यहां जान की कीमत 20 रुपए से भी कम आंकी गई है।
बच्चे भी जानते हैं खतरा
एक भरे हुए सिलेंडर का वजन 30 किलो से अधिक होता है। जिसे सामान्य तौर पर भी एक आदमी के लिए कहीं लेकर जाना मुश्किल होता है। बात जब नदी में पानी के धारा के साथ तैरते हुए सिलेंडर का पार कराना हो और वह भी बच्चों के द्वारा तो किस तरह की परेशानी होती होगी, यह समझा जा सकता है। बच्चे भी जानते हैं कि इसमें खतरा है। लेकिन फिर भी वह ऐसा करने से खुद को नहीं रोकते।
कई बार नहीं मिलता पैसा
बच्चे इस पर कोई शर्तिया पैसा मिलने की बात तो नहीं कहते हैं, लेकिन बच्चो के माने तो वह लोग दिन भर इसी नदी पर खेलते रहते हैं और लोगो द्वारा उन्हें चॉकलेट के पैसा देने पर खुद से गैस सिलेंडर के साथ तैरा कर इस तरह से गैस सिलेंडर को नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक पार कर देते हैं। समाज के बुद्धिजीवी लोग कहते हैं कि ऐसा करने से लोगों को बचना चाहिए। यह खतरे की दावत है और किसी दिन इससे बड़ा हादसा हो सकता है। जिस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की जरुरत है।