फिर पलायन को मजबुर हुए लोग : गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रो में पिछले सात दिनों से हो रही लगातार बारिश और नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से लगातार काफी मात्रा में पानी छोड़े जाने से गंडक नदी उफान पर है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे पृथ्वीपुर ,सलेमपुर सोनवर्षा ,बसहिया , उभवा सारंगपुर ,रामपुररुद्र 161 आदि गांवों के सैकड़ों घरो में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है जिससे लोग पलायन को मजबूर हो गये है।लोग अपने जरूरी सामानों एवं मवेशियों के साथ सारण तटबंध पर शरण लेने को मजबूर हैं।
सड़क पर 3 फुट से ज्यादा पानी : सारण तटबंध के निचले इलाकों के सैकड़ो एकड़ में लगी फसलें पानी मे डूब गयी है जिससे मवेशियों के समक्ष चारे की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इस बीच सारण तटबंध से रामपुररुद्र 161 गांव को जानेवाली सड़क पर तीन फुट से ज्यादा पानी का बहाव हो रहा है जिससे इस गांव का सड़क संपर्क टूट गया है। गत वर्ष प्रखंड में आयी प्रलयंकारी बाढ़ की विभीषिका झेल चुके लोग संभावित बाढ़ की आशंका से अभी भी सहमे हुए हैं।गंडक नदी की तेज धारा से प्रखंड के सलेमपुर एवं सोनवर्षा गांव में हो रहे तेज कटाव से लोगो के खेत नदी में विलीन होते जा रहे हैं।
कटाव जारी रहा तो सारण तटबंध पर भी खतरा : ग्रामीणों ने बताया कि अगर इसी तरफ कटाव जारी रहा तो सारण तटबंध पर भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा।हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग के पदाधिकारियों ने बताया कि सारण तटबंध को फिलहाल कोई खतरा नही है।इस बीच एसडीओ मढ़ौरा विनोद कुमार तिवारी ,बीडीओ मो.सज्जाद ,सीओ रणधीर प्रसाद लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।