छह माह तक अपने लॉगिन में दाखिल-खारिज से संबंधित आवेदन रखने के मामले में भगवानपुर के राजस्व कर्मचारी को डीएम ने किया निलंबित।

Patna Desk

 

बुधवार को जिला पदाधिकारी कैमूर सावन कुमार के द्वारा प्रखंड सह अंचल कार्यालय भगवानपुर का औचक निरीक्षण किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा मनरेगा कार्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान स्थानांतरण के पश्चात नए कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा अभी तक योगदान नहीं किया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी को तत्काल योगदान सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। वहीं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में भवन की स्थिति जर्जर पाई गई । जिला पदाधिकारी रा प्रखंड विकास पदाधिकारी को भवन की मरम्मती हेतु आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। वहीं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कार्यालय की समीक्षा के क्रम में सेविका के तीन पद रिक्त पाए गए। इस सीडीपीओ ,भगवानपुर को तत्काल नियमानुसार अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सीडीपीओ भगवानपुर को प्रखंड अंतर्गत सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर भार मशीन उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। अंचल कार्यालय के निरीक्षण के क्रम में श्रीमती सामंती कुमारी लिपिक को अपने कार्यों एवं दायित्वों की जानकारी नहीं थी। इसके लिए जिला पदाधिकारी द्वारा श्रीमती कुमारी को ट्रेनिंग सेंटर,गया में ट्रेनिंग हेतु भेजने हेतु निर्देशित किया गया। वहीं अरुण कुमार सिंह, राजस्व कर्मचारी को अपने लॉगिन में दाखिल-खारिज से संबंधित आवेदन 6 माह तक लंबित रखने हेतु तथा अन्य मामलों में अपने दायित्वों के अनिच्छा के लिए स्पष्टीकरण करते हुए निलंबन हेतु आवश्यक कार्रवाई करने हेतु अंचला अधिकारी,भगवानपुर को निर्देशित किया गया।

– कार्य को पूरा कराने के बीडीओ को दिया निर्देश

वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कचरा प्रबंधन इकाई हेतु कुल 04 ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है जिसमें से 1 पंचायतों का कार्य पूर्ण हो चुका है, 3 पंचायत में कार्य प्रारंभ है । जिला पदाधिकारी द्वारा शीघ्र कार्य पूर्ण कराने हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देशित किया गया। वहीं मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, ई लाभार्थी अंतर्गत सभी प्रकार का पेंशन, मे प्रगति संतोषजनक पाई गई। नल जल के समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी कैमूर द्वारा निर्देशित किया गया कि कहीं भी बाधित नल जल योजना है तो उसे तत्काल शुरू कराएं। नल जल योजना के क्रियान्वयन में जिस नली गली को खोदा गया था उसका तत्काल रिपेयरिंग कराना सुनिश्चित किया जाए।

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