NEWSPR डेस्क। अग्निपथ योजना को लेकर गुरुवार को बिहार के कई जिलों में छात्रों ने बारी तांडव मचाया है। सरकारी प्रॉपर्टी को भारी नुकसान भी पहुंचा है। ट्रेनें फूंक दी गई। सड़कों पर आग लगा दी गई। वहीं इसके बाद जदयू की केन्द्र सरकार से अपील है कि अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करें। केन्द्र सरकार छात्रों का हवाला देकर की गयी मांग जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ट्वीट कर कहा- अग्निपथ योजना के निर्णय से बिहार सहित देश भर के नौजवानों, युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा व अंधकारमय भविष्य का डर स्पष्ट दिखने लगा है।
केन्द्र सरकार को अग्निपथ योजना पर अविलम्ब पुनर्विचार करना चाहिये क्योंकि यह निर्णय देश की रक्षा और सुरक्षा से भी जुड़ा है। वहीं उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि लगता है कि अग्निपथ योजना को हमारे नौजवान नहीं समझ पाये हैं। उनको गलतफहमी हुई है। छात्रों को अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए। अग्निपथ योजना के तहत 4 वर्षों की सेवा के बाद अर्द्धसैनिक बलों की बहाली में भी उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी।
जबकि छात्र संगठनों ने दी आंदोलन की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि 72 घंटे में अग्निपथ योजना वापस ले सरकार वर्ना होगा बिहार बंद। छात्रों के विरोध प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि युवा किसी के बहकावे में न आएं, आंदोलन को छोड़ राष्ट्र की मुख्यधारा से जुड़ें। जबकि वैशाली के सहदेई में अग्निपथ योजना को लेकर हिंसक प्रदर्शन। युवाओं ने आगजनी कर हाजीपुर- महनार मार्ग को किया जाम। पुलिस टीम पर किया पथराव । महनार एस०डी०पी०ओ० समेत कई पुलिसकर्मी हुए जख्मी हो गए।