NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के मुंगेर से है। जिला परिषद कार्यालय के बाहर कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक उस समय अचंभित रह गए। जब वे अपने ड्यूटी के समय कार्यालय पहुंचे और पहुंचते ही कार्यालय के गेट पर ताला लटका मिला। जिसके बाद काफी देर तक जब ताला नहीं खुला तो इस बात की सूचना तत्काल एडीएम को दी गई।
जिसके बाद तत्काल एडीएम कार्यालय पहुंचा। ताला रखने वाले संबंधित पदाधिकारी को बुलाया गया पर उस ने भी अनभिग्यता जाहिर की कि उसने ताला नहीं लगाया। जिसके बाद से अब तक कार्यालय का ताला नहीं खुला और कर्मचारी अभी तक बाहर ही खड़े हैं। जब इस सिलसिले में कर्मचारियों और जिला परिषद सदस्य से पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया और क्यों और किस ने ताला लगाया ये भी किसी ने नहीं बताया कि क्यों ताला को बंद किया गया है। पर ताला बंद के पीछे अंदरूनी कलह बताया जा रहा है।
जिला परिषद कार्यकाल में अज्ञात लोगों ने ताला बंदी को लेकर एडीएम अमरेंद्र साही ने बताया कि सूचना मिली कि जिला परिषद कार्यालय में किसी ने ताला लगा दिया। जिसके बाद वे खुद ऑफिस पहुंचे और जायजा लिया। तो गेट पर ताला बंद पाया। जिसके बाद जिला परिषद अध्यक्ष को इस बात की सूचना दी गई। उनसे ताला खुलवाने को कहा गया। पर किस ने ताला बंदी कर दिया। इस बात की अभी तक कोई सूचना नहीं है। इस बात को लेकर उच्च अधिकारियों को लिखित सूचना दे दी गई है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा कि आखिर किस ने और क्यों ताला बंदी किया। अगर किसी को कोई दिक्कत हो तो वे आकर बात करे। पर इस तरह से कार्यालय में ताला लगाना कहीं से जायज नहीं है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट