झलकारी बाई जी की जयंती पर पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता JDU ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के संजीव श्रीवास्तव ने किया कोटि-कोटि नमन

Patna Desk

आज झाँसी की रानी की सेना में, महिला शाखा ‘दुर्गा दल’ की सेनापति, महान सेनानी वीरांगना झलकारी बाई की जयंती है। बता दें, झलकारी बाई ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम में झाँसी की रानी के साथ ब्रिटिश सेना के विरुद्ध अद्भुत वीरता से लड़ते हुए ब्रिटिश सेना के कई हमलों को विफल किया था। आज उनकी जयंती पर देश उन्हें याद कर नमन कर रहा है।

 

बता दें कि झलकारी बाई का जन्म 22 नवंबर 1830 को झांसी के कोली परिवार में हुआ था, इनके पिता सैनिक थे, इसलिए बचपन से ही हथियारों के साथ खेलना उनका शौक़ बन गया था। झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं।

 

झलकारी बाई झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की नियमित सेना में, महिला शाखा दुर्गा दल की सेनापति थीं।

वे लक्ष्मीबाई की हमशक्ल भी थीं इस कारण शत्रु को गुमराह करने के लिए वे रानी के वेश में भी युद्ध करती थीं।

अपने अंतिम समय में भी वे रानी के वेश में युद्ध करते हुए वे अंग्रेज़ों के हाथों पकड़ी गयीं और रानी को किले से भाग निकलने का अवसर मिल गया।

उन्होंने प्रथम स्वाधीनता संग्राम में झाँसी की रानी के साथ ब्रिटिश सेना के विरुद्ध अद्भुत वीरता से लड़ते हुए ब्रिटिश सेना के कई हमलों को विफल किया था।

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