NEWSPR DESK- आज कल के ज्यादातर किसान मौसम आधारित परम्परागत खेती पर ही निर्भर है। नतीजा है की बाढ़ हो या सुखाड़ से किसान की खेती बर्बाद होती है और किसान की आर्थिक रीढ़ टूट जाती है। लेकिन पूर्वी चम्पारण,मोतिहारी के नेपाल बॉडर से रक्सौल के एक किसान ने मौसम आधारित परम्परागत खेती छोड़कर आधुनिक तकनीक से खेती करके लाखो कमा रहे है। भारत नेपाल के सीमा के पास अवस्थित है पनटोका गाँव। इसी गांव के एक किसान है विनोद पटेल।
इन्होंने ढाई एकड़ खेत मे ड्रेगन फ्रूट्स, मौसमी, सेव, संतरा, नाशपाती , एपल बेर सहित विभिन्न तरह के फल के पेड़ लगाए है। वैज्ञानिक भाषा मे इसे सुपर फ़ूड के नाम से जानते है। ये फल रक्सौल के मंडियों से लेकर नेपाल के मंडियों तक भेज कर लाखो कमा रहे है। किसान विनोद पटेल के इस मेहनत की सराहना मोतिहारी के तत्कालीन डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने भी खेत मे पहुँच कर किया था। इसके बाद विनोद पटेल को इस आधुनिक फल की खेती करने में प्रेरणा ज्यादा मिली। अब विनाद पटेल फल की खेती करके खुद तो कमाते ही है अब आसपास के किसान भी यहां सीखने के लिए रोज आ रहे है। इनके खेतो में फल की खेती सीखने आए किसान अशोक कुमार सिंह कहते कि अब पंरपरागत खेती में फायदा नही है। अपने जमीन पर फल की खेती हो तो हिमाचल एवं कश्मीर पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। हमारी आमदनी भी बढ़ेगी।