NEWSPR डेस्क। करीब 2 महीने बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पटना लौटें। उनके पटना लौटते ही एक बयान देकर सियासत में हलचल मचा दी है। उन्होंने इशारों ही इशारों में चिराग पासवान को अपने साथ आने का ऑफर दे दिया। तेजस्वी यादव ने कहा कि अब फैसला चिराग को करना है कि बंच ऑफ थॉट्स के पुरजे के साथ रहेंगे या बाबा साहेब ने जो संविधान लिखा उसका साथ देंगे। तेजस्वी यादव ने कहा लोजपा में जो कुछ हुआ है, उसका मास्टरमाइंड कौन है, वह हर कोई जानता है। तेजस्वी यादव ने 2005 की भी घटना का जिक्र किया। कहा कि उस समय भी जदयू ने अपनी सरकार बनाने के लिये लोजपा को तोड़ने की कोशिश की थी। तेजस्वी ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से राम विलास पासवान के साथ रही है। हम तब भी साथ थे, जब 2010 में लोजपा का न तो कोई सांसद औ न ही विधायक था, इसके बाद भी लालू जी ने रामविलास जी राज्यसभा भेजा था। इस दौरान तेजस्वी ने इशारों इशारों में यह साफ दिया कि चिराग के साथ वह काम करने के लिए तैयार हैं, अब इंतजार इस बात का है कि चिराग क्या फैसला करते हैं।