NEWSPR DESK -भागलपुर में पति ने अपनी विकलांग पत्नी को गोद में लिए अधिकारी से बैटरी वाले साइकिल मांगने के लिए पहुंची। मालूम हो कि पति-पत्नी बीते दो महीने से जिलाधिकारी के कार्यालय की चक्कर लगा रहे हैं। कई बार उन्होंने लिखित शिकायत भी दी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ। पत्नी 80 प्रतिशत विकलांग है। पति मजदूरी कर घर का भरण पोषण करते हैं। अग्निकांड हादसे में घर में रखे सारे सामान जलकर राख हो गए थे। सरकार के तरफ से दिए गए ट्राई साइकिल भी इस हादसे का शिकार हुआ था। जो पूरी तरह जलकर खाक गया। अब महिला को आने जाने की कोई साधन नहीं है। ट्राई साइकिल के लिए विकलांग महिला पिछले दो महीने से जिला अधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रही है। लेकिन अभी तक उसे ट्राई साइकिल मुहैया नहीं कराया गया है। भीषण गर्मी के बीच पति अपनी पत्नी को गोद में लिए जिला अधिकारी के कार्यालय शनिवार को पहुंचे। और वहां पर उन्होंने लिखित रूप से जिला अधिकारी को आवेदन देकर बैटरी युक्त ट्राई साइकिल की मांग की है। मालूम हो कि सबौर प्रखंड के बाबूपुर इलाके के रहने वाले पंकज मंडल के घर में 6 मार्च को शॉर्ट सर्किट होने के वजह से आग लग गई थी।
हादसे में घर में सारे सामान जलकर राख हो गया था। उसी हादसे में विकलांग महिला अनीता देवी का ट्राई साइकिल भी पूरी तरह जल गई थी। पीड़िता ने बताया कि जिला अधिकारी से हम लोगों का मांग है कि हम लोगों को बैटरी वाले एक गाड़ी दे दे। जिससे कि हम लोग बिजनेस कर सके। अग्निकांड में घर में सारा सामान जल कर रहा हो गया था। सरकार के तरफ से मिलने वाले मुआवजा भी हम लोगों को नहीं मिला है। दो-तीन महीने से जिलाधिकारी के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। किसी तरह पति गोद में यहां तक लाते हैं। बहरहाल देखना होगा कि कब तक जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिला पाते है।