NEWSPR डेस्क। झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने दुमका में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में हस्तशिल्प सह पुस्तक प्रदर्शनी और हस्तशिल्प से संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सिर्फ डिग्री लेने का कोई औचित्य नहीं है। ज्ञान की कद्र होती है। इसलिए विद्यार्थियों को इस पर जोर देना चाहिए। दुमका में पहले उन्होंने संताल हुल के अमरनायक सिदो और कान्हू की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने कहा कि संताल अमर शहीद सिदो कान्हू की धरती है। यहां निशानेबाजी और फुटबॉल में काफी संभावनाएं हैं। खेलों के विकास को लेकर भी यूनिवर्सिटी को काम करना चाहिए।
राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि उन्होंने झारखंड के राज्यपाल के रूप में 14 जुलाई को शपथ ली थी और आज 14 अगस्त है। इस मौके पर वे सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सिर्फ डिग्री हासिल नहीं करें क्योंकि सिर्फ डिग्री लेने का कोई औचित्य नहीं है. हर जगह ज्ञान की ही कद्र होती है. यूनिवर्सिटी में आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने के साथ-साथ अनुसंधान पर भी जोर दिया जाये।