देखिये तेजस्वी जी जीवन रक्षक दवा के लिए भटक रहे मरीज,प्रबंधन दिन के उजाले में जला रहे लाखो के दवा।

Patna Desk

 

बिहार सरकार के स्वस्थ मंत्री लाख दावे का खुला पोल।देखिये स्वस्थ्य मंत्री जी जीवन रक्षक दवा के लिए गरीब असहाय दर दर भटक रहे ।आपके अस्पताल प्रबंधन मरीज को दवा नही देकर लाखो का जीवन रक्षक दवा दिन के उजाले में आग के हवाले करने में जुटे है ।मामला मोतिहारी जिला के अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल है ।जहा दिन के उजाले में लाखों के सिरप ,टेबलेट,सलाईन को जलाया जा रहा है ।तीन दिन पहले ही एसडीओ के निरीक्षण में अस्पताल में दवा रहते मरीज को नही देकर बाहर से खरीदने का मामला उजागर हुआ था ।एसडीओ के संज्ञान में आने पर उक्त मरीज को अस्पताल से दवा मिला था ।अनुमंडलीय अस्पताल परिसर में लाखों की दवा जलते देख मरीज तरह तरह की चर्चा करते देखे गए ।मरीज कहते नही थक रहे थे कि अस्पताल में आने दवा नही होने की बात कहकर बाहर से खरीदने की नसीहत दिया जाता है ।वही दवा को जलाया जा रहा है ।मरीज द्वारा लाखो की दवा जलाने की सूचना पर अरेराज एसडीओ द्वारा त्वरित संज्ञान लेते हुए सीओ को भेजकर मामले की जांच कराया गया ।जांच में जल रहे दवा में से सीओ द्वारा सैम्पल लिया गया ।अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल में दवा जलाने की यह दूसरी घटना है ।छह वर्ष पहले भी बीडीओ आवास के पास एक एएनएम द्वारा दवा जलाने का मामला सामने आया था ।लेकिन मामला जांच के बाद ठंडा बस्ते में डाल दिया गया ।मोतिहारी जिला के अरेरज अनुमंडलीय अस्पताल में दिन के उजाले में लाखों का जीवन रक्षक दवा जलाने का मामला प्रकाश में आया है ।वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि लाखों की जीवन रक्षक दवा अस्पताल परिसर में धु धु कर जल रहा है ।विगत तीन दिन पहले अरेरज एसडीओ के निरीक्षण में दवा भंडार पंजी अधतन नही मिला था ।वही अक्टूबर 22 से ही कई एंटीबायटिक दवा का उठाव व वितरण भी रजिस्टर में दर्ज नही था ।एसडीओ के निरीक्षण के तीन दिन बाद लाखो की दवा जलाने को लेकर चर्चा जोड़ो पर है ।आखिर किस परिस्थिति में मरीज को दवा नही देकर सलाईन,टेबलेट,सिरप सहित दवा जलाया जा रहा है ।वही एसडीओ के निर्देश पर अरेराज सीओ पवन कुमार झा द्वारा दवा जलाने की स्थल का जांच किया गया ।जांच में दवा जलते हुए पाया गया।जलते दवा का सैम्पल लिया गया ।अरेराज एसडीओ अरुण कुमार ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल में दवा जलाने की सूचना मिली थी ।सूचना पर अरेराज सीओ को भेज कर जांच कराया गया ।सीओ की जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी अस्पताल प्रबंधन के बिरुद कठोर करवाई किया जाएगा।

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