पटना पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों ने सुबह सुबह हड़ताल कर दिया है। 4 महीने से इंटर्नशीप के छात्रों को सैलरी नहीं मिली है। जिससे छात्र काफी परेशान हैं। ये सभी छात्र आज पीएमसीएच में इंटरनशीर्प के दौरान मिलने वाली सैलरी (स्टाइपेंड) को लेकर कैंपस में प्रोटेस्ट कर रहे हैं। प्रिंसिपल दफ्तर के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों को स्टूडेंट सेक्शन के हेड राजीव सिंह ने समझाने की कोशिश की। लेकिन स्टूडेंट्स उनकी बातों से आश्वस्त नहीं थे। छात्रों का कहना है कि पीएमसीएच के छात्रों के साथ दोहरी नीति अपनाई जा रही है। जबकि बिहार के दूसरे कॉलेजों में ही छात्रों को एक दो बार नहीं कई बार स्टाइपेंड मिल चुका है। स्टाइपेंड नहीं मिलने से जूनियर डॉक्टरों को अपने खर्च का भार उठाने में परेशानी आ रही है।
अधीक्षक आई एस ठाकुर ने दिया है दो दिनों का आश्वासन-
छात्रों ने सुबह में अपनी मांग को लेकर ओपीडी सेवा को दो तीन घंटों के लिए ठप करा दिया। जिसके बाद दूर दराज से आए मरीजों को परेशानी होने लगी। पीएमसीएच की व्यवस्था चरमरा गई। पुर्जा काउंटर पर भारी भीड़ हो गई। फिर छात्रों और पीएमसीएच के अधीक्षक इंद्रशेखर ठाकुर के बीच स्टाइपेंड को लेकर बातचीत हुई। उस दौरान छात्रों के मुताबिक अधीक्षक ने दो दिनों का समय लिया है और समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
वही डॉक्टर चंदन ने बताया कि आज का प्रोटेस्ट इसलिए है कि पिछले चार महीने से हमलोगों को इंटर्नशीप का पैसा नहीं मिला है। बिहार के बाकी कॉलेजों में पेमेंट मिला है। सिर्फ पीएमसीएच इकलौता कॉलेज है, जहां छात्रों को स्टाइपेंड नहीं मिला है। चंदन ने ये भी बताया कि जब छात्र सुप्रीटेंडेंट से स्टाइपेंड को लेकर पूछने गए कि आखिर पेमेंट क्यों नहीं आया है, तो उन्होंने कहा कि फंड ही नहीं आया है। फाइल अटका हुआ है। चंदन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आखिर ऐसे कैसे हो सकता है। बाकी के कॉलेजों में आ गया और यहां सबसे बड़े कॉलेज पीएमसीएच में नहीं आया। 10 बार से अधिक सुप्रीटेंडेंट से मिले, आश्वासन के अलावा अभी तक कुछ नहीं मिला। अब परेशान हो गए हैं। सुबह में कुछ देर के लिए ओपीडी सेवा हमलोगों ने रोकी थी। जिसके बाद सुप्रीटेंडेंट आए थे, दो दिनों में फिर से पेमेंट कराने का आश्वासन दिया है।
इसके बाद डॉक्टर इनायत ने बताया कि मजबूरन प्रोटेस्ट करना पड़ रहा है। चार महीने से पेमेंट नहीं मिला है। ये भेद केवल पीएमसीएच के छात्रों के साथ किया जा रहा है, बिहार के दूसरे कॉलेजों में छात्रों को दो बार तीन बार पेमेंट दिया जा चुका है। पेमेंट नहीं मिलने से छात्रों को काफी परेशानी आ रही है। अपने खर्च भी हैं। किससे मांगने जायेंगे। चार महीने से पेमेंट रोक कर रखा गया है। दो दिनों का सुप्रीटेंडेंट साहब की ओर से आश्वासन मिला है। दो दिन वेट करते हैं, अगर नहीं मिलेगा तो फिर आगे की कार्रवाई पर विचार करेंगे।
परेशान हुए मरीज-
कुछ घंटों की हड़ताल में दूर दराज से आए मरीजों को भारी परेशानी होने लगी। बेतिया से पीएमसीएच में इलाज कराने आए विनोद कुमार ने बताया कि दो तीन घंटों से पुर्जा कटाने के लिए लाइन में खड़े हैं। स्ट्राइक के चलते काउंटर पर भारी भीड़ है। अब जैसे तैसे परेशानी झेलकर दिखाना ही पड़ेगा।