भागलपुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दियारा व निचले इलाके के लोग बाढ़ से पहले तैयारी में जुट गए हैं लेकिन इसके बीच एक खतरनाक तस्वीर भी सामने आई है जो दर्शा रही है कि पेट के लिए कितनी जद्दोजहद करनी पड़ती है। दरअसल गंगा का जलस्तर बढ़ने से विक्रमशिला पूल के निचे का हिस्सा टापू बन गया है धीरे धीरे वह हिस्सा जलमग्न हो जाएगा। यहां आसपास के कई किसान खेती करते है लेकिन आने जाने का साधन बस नाव है और जलस्तर बढ़ने के बाद नाव भी सहारा नहीं बन पा रहा है ऐसे में लोग विक्रमशिला सेतु से 32 फिट निचे खेत मे पूल से रस्सी के सहारे उतरते हैं। छोटा हो या बड़ा सभी रस्सी के सहारे ही उतरते है। किसान नीचे से जलावन हटा रहे है ताकि पानी बढ़ने के बाद जलावन बच जाए, रस्सी के सहारे ही जलावन भी खींच रहे हैं। तस्वीर कहीं न कहीं डरावनी है क्योंकि 32 फिट की ऊँचाई से अगर रस्सी का पकड़ छूटा तो कितना बड़ा हादसा होगा इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। वही किसान अब बड़े नाव से मवेशियों को बाहर निकालने की तैयारी में हैं। क्योकि गंगा का यह हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो जाएगा जिसके बाद यहाँ किसानों की खेती भी प्रभावित होगी। आसपास के नाथनगर, परबत्ता, राघोपुर, महादेवपुर, बरारी के दर्जनों किसान सब्जियां उपजाते हैं यहीं वह अपने मवेशियों को भी रखते हैं। हमेशा रस्सी के सहारे ही ऊपर जाते है दूध, जलावन हो या सब्जियां सब रस्सी के सहारे ही खींचते हैं।