NEWSPR डेस्क। गया के भस्मकूट पर्वत पर स्थित शक्तिपीठ मां मंगला गौरी मंदिर है जहां भक्तों का तांता लग जाता है। नवरात्र को लेकर यहाँ पहले दिन से ही भीड़ लग रही है। यहां दूर दराज से श्रद्धालडु यहां पूजा करने के लिए लोग आ रहे हैं।
मान्यता है कि यहां मां सती का वक्ष स्थल (स्तन) गिरा था जिस कारण या शक्ति पीठ पालनहार पीठ के रूप में प्रसिद्ध है। बताया जाता है कि भगवान शिव जब अपनी पत्नी सती के जले हुए शरीर को लेकर आकाश में व्याकुल होकर घूम रहे थे, तो माता सती के शरीर के टुकड़े देश के विभिन्न हिस्सों में गिरे थे। इन स्थानों को शक्तिपीठों के रूप में जाना जाता है, इन्हीं में से एक है गया का मंगला गौरी मंदिर, यहां के गर्भ गृह में काफी अंधेरा रहता है परंतु यहां वर्षों से एक दीप प्रज्वलित हो रहा है, कहा जाता है यह कभी नहीं बुझता है।
गया से मनोज की रिपोर्ट