पीएम का सपना देख रहे हो नीतीश जी,आप बिहार में एम एसपी की गारंटी कर दिजिए, किसानो का अनाज एमएसपी से कम किमत पर खरीदने वालों पर कानूनी कारवाईए.हम आपका प्रचार करेगें,उक्त बातें कोआथ हाईस्कूल के मैदान में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए,भारतीय किसान युनियन के नेता राकेश टिकैत ने कही.उन्होने कहा कि छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री प्रति क्विंटल धान की किमत 26 सौ रुपये देती है.तेलंगना की सरकार 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की सव्सिडी5 देती है.यदि बिहार की सरकार एमएसपी और किसान पेंशन दे दे,हम नीतीश जी का प्रचार करेगें.अन्यथा जरुरत पड़ी तो पटना की सड़कों पर भी ट्रैक्टर चलेगें.अभी तो आंदोलन शुरु ही नही हुआ,एक भी आंसु गैस का एक भी गोला नहीं फूटा.स्वामी शहजानंद सरस्वती का नाम लेते हुए टिकैत ने कहा कि बिहार का किसान मजदूर बन के रह गये हैं.बिहार के लोग देश व दुनिया में भरे पड़े हैं.बड़े व्यापारी आपका जमीन लूटेगा और आप उसके यहां अपने जमीन पर ही मजदूरी करेगें ।
एक साल की फसल का त्याग करो सरकार घूटने टेक देगी. टिकैत ने अपील किया कि संगठन बनाओ और पटना की सड़कों पर चलने के लिए तैयार रहो,सरकारें गांव ,खेत व किसानो के लिए काम करने लगेगीं। वही सभा को संबोधित करते हुए विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में 2006 में मंडी कम समाप्त हो गया है जिससे राज्य के किसानों को उनके उपज पर एक लाख करोड़ का नुकसान प्रति वर्ष हो रहा है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रणवीर सिंह सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के किसानों को बर्बाद करने में केंद्र एवं राज्य सरकार जिम्मेदार है बिहार के किसानों की फसल एवं नस्ल बचाने के लिए दिल्ली की तरह पटना को भी घेरने की जरूरत पड़ी तो भारतीय किसान यूनियन तैयार है। बिहार प्रदेश के भारतीय किसान यूनियन के संयोजक दिनेश जी ने कहा है कि सैया बाद का क्षेत्र धान का कटोरा है ।परंतु यहां के किसान बदहाल है शाहाबाद एवं बिहार के किस पटना को गिरने के लिए तैयार रहें घर से निकलने के लिए तैयार रहें।अखलाक अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि प्रथम पंचवर्षीय योजना में कृषि की जीडीपी 50% थी अभी 14% पर आ गया है किसान अब मजदूर बनते जा रहे हैं। मंच संचालन किसान नेता रामजी राय ने किया।