औरंगाबाद शहर के बीचो-बीच स्थित मंडल कारा के नए कारा में शिफ्ट हुए अभी 6 माह भी नहीं बीते कि यह मंडल कारा आसामाजिक तत्वों का न सिर्फ अड्डा बन गया है बल्कि उनके द्वारा यहां कि कई सामग्रियां चोरी कर ली गई है।इतना ही नहीं उनके द्वारा कई सामग्रियों को जला भी दिया गया है।इसकी सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी की भी दी गई और जब उसकी जांच की गई तो मामला सत्य पाया गया। दुर्भाग्य यह है कि जब कारा अधीक्षक से इसकी जानकारी ली गई तो उन्होंने इस तरह के किसी भी जानकारी से अपनी अनभिज्ञता जताई गई। पुरानी जेल की सामग्रियों की सुरक्षा को लेकर जब ऐसी कर्तव्यहीनता अधिकारियों में होगी तो आने वाले दिनों में असामाजिक तत्वों का दुस्साहस और बढ़ जायेगा और उनके द्वारा इससे भी बड़े घटना को अंजाम दे दिया जाएगा। गौरतलब है कि पुरानी जेल समाहरणालय कैंपस से जुड़ा हुआ है और इससे सटे कई कार्यालय भी है।यदि नजरंदाज का आलम यही रहा तो असामाजिक तत्व अपनी करतूत समाहरणालय परिसर में भी कर सकते है इसमें कोई दो राय नहीं है।जरूरत है जिला प्रशासन और जेल प्रशासन को इससे सबक लेने की।