भागलपुर लोकपाल कार्यालय मे हुए मारपीट मामले मे पुलिस की दोहरी नीति देखने को मिल रही है. दरअसल 2 सितंबर को भागलपुर लोकपाल कार्यालय मे नवगछिया के रंगरा प्रखंड के मदरौनी मुखिया अजित कुमार सिंह एवं दूसरा पक्ष अमरेंद्र कुमार सिंह एवं ब्रजेश कुमार सिंह के बिच लोकपाल कार्यालय मे मारपीट हो गई थी जिसमे दोनों पक्ष के लोग घायल हो गए थे.. दोनों पक्षो का इंज्योरी रिपोर्ट बनाया गया.. और दोनों पक्षो की तरफ से जोगसर थाना मे मामला दर्ज कराया गया… दोनों के ऊपर लगभग लगभग सेम धारायें लगाकर पुलिस ने मामला दर्ज किया पर पुलिस ने मुखिया अजित सिंह को जेल भेज दिया जबकि दूसरा पक्ष अमरेंद्र एवं उसके बेटे ब्रजेश को घर भेज दिया गया.. पुलिस की इस दोहरी नीति से मुखिया के घर वाले काफी दहशत मे है… मुखिया की पत्नी एवं बेटी ने बताया की अमरेंद्र एवं ब्रजेश कभी भी इनके ऊपर हमला कर सकते है… मुखिया की बेटी ने कहा की डर से वो अपनी पढ़ाई तक छोड़ दी है… वहीँ मुखिया के घर वालों का ये भी कहना है की ज़ब सेम केस सेम दफा है तो एक पक्ष जेल मे और दूसरा पक्ष बाहर कैसे है… वही इस पुरे मामले पर भागलपुर के एसएसपी ने बताया की पुरे मामले की जांच की जा रही है… जो दोसी होगा सजा उनको जरूर मिलेगी.