गया प्रदेश के सभी वर्गो के ग़रीबों के विकास को लेकर हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर स्थापना काल से ही संघर्ष करते आ रही है। इसके लिए सड़क से सदन तक हमने आवाज बुलंद किया है। आगे भी यह क्रम जारी रहेगा। उक्त बातें बेलागंज के नेयामतपुर खेल मैदान पर आयोजित गरीब संकल्प सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री सह हम (से) पार्टी के संस्थापक जीतनराम मांझी ने कही।
उन्होंने कहा कि बिहार में अभी वर्तमान में तानाशाही की सरकार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता जिस जंगल राज के सफाया के लिए गद्दी पर बैठाया था। आज उसी जंगलराज का बूढ़ा और लाचार शेर बने बैठे हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार खुद से जनहित में कोई फैसला लेने के लायक भी नहीं रहे हैं। उन्हे जनहित के फैसले के लिए भी जंगलराज के युवराज से आदेश लेना पड़ रहा है। बिहार एक बार फिर नब्बे के दशक में लौट रहा है। जहां सरेआम अपराध हो रहे हैं, चोरी, लूट, हत्या, बलात्कार और रंगदारी बिहार में एक बार फिर आम बात हो गई है। बिहार में अमन की सरकार स्थापित करने के लिए 2024 में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और 2026 में बिहार में एनडीए की सरकार लाने के लिए जनता को फिर से एकजुट होना पड़ेगा।