NEWSPR डेस्क। गया की नगर प्रखंड चंदौती की प्रमुख सरिता देवी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी बलवंत पांडे पर अमर्यादित टिप्पणी करने सहित कई गंभीर आरोप लगाया है। इसे लेकर प्रखंड प्रमुख सरिता देवी एवं अन्य पंचायत समिति सदस्यों ने गांधी मंडप में एक बैठक की। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि बीडीओ के खिलाफ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
इस मौके पर प्रखंड प्रमुख सरिता देवी ने कहा कि गत मंगलवार को अपने वाहन से चंदौती प्रखंड कार्यालय पहुंची थी। जिसके बाद प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में ही अपने वाहन लगाया था। इसके कुछ देर बाद बीडीओ बलवंत पांडे आए और यह कहते हुए आग बबूला हो गए कि हमारे वाहन का स्थान पर आपने अपना वाहन क्यों लगाया है ? इस पर हमने कहा कि हमारा चालक कहीं गया है। उसके आने के बाद अपने वाहन को हटा लूंगी लेकिन वीडियो कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।
उन्होंने जातिसूचक एवं अपशब्द भाषा का प्रयोग करते हुए यह तक कह डाला कि तुम्हारी इतनी हिम्मत कैसे हुई ? वीडियो के बॉडीगार्ड ने भी हमारे साथ अपशब्द भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि मैं छोटी जाति से आती हूं इसलिए वे इस तरह के भाषा का प्रयोग हमारे साथ किए हैं। यह कहीं से भी सही नहीं है। इतना ही नहीं अन्य सदस्यों के साथ भी उनका रवैया इसी की तरह रहता है, इसलिए हम तमाम लोग जिलाधिकारी को ज्ञापन के जरिए यह मांग करते हैं कि बीडीओ के खिलाफ जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं पंचायत समिति सदस्य विनय सिंह ने कहा कि यह एक अभद्र घटना है। चंदौती प्रखंड प्रमुख सरिता देवी के द्वारा ब्लाक परिसर में खाली जगह देखकर वाहन पार्किंग की गई लेकिन स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं उनके सुरक्षाकर्मियों ने इसे लेकर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और असंवैधानिक भाषा का भी प्रयोग किया। यह घटना निंदनीय है। खाली जगह देख कर कोई भी वाहन पार्क कर देता है। इसमें गलत क्या है? लेकिन एक दलित प्रखंड प्रमुख के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार करना यह सरकारी अधिकारी को शोभा नहीं देता। पंचायती राज के तहत हम लोग जनप्रतिनिधि के रूप में चुनकर आए हैं। जब किसी कार्य को लेकर अधिकारी के पास जाते हैं, तो वे लोग हमेशा इसी तरह का व्यवहार करते हैं। हम जिलाधिकारी से मांग करते हैं कि पूरे घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
गया से मनोज की रिपोर्ट