सन्नी कुमार
पटनाः भागलपुर स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया जा रहा है कि यहां की प्रमंडलीय आयुक्त की अचानक तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद उन्हें पटना भेजने के लिए कहा गया। बाद में जिस एंबुलेंस से उन्हें पटना भेजा गया, उसमें किसी डॉक्टर को भेजना स्वास्थ्य विभाग ने भेजना मुनासिब नहीं समझा। प्रशासन के इतने बड़े अधिकारी की सुरक्षा में चूक की जांच की मांग हो रही है।
बता दें कि कोरोना मरीजो की बढ़ रही संख्या के बाद जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। इसका एक बड़ा उदाहरण बुधवार को सामने आया जब प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी को पटना रेफर किया गया. वंदना किनी की तबियत दोपहर में बिग़डने लगी उसके बादउन्हें आठ घंटे बाद पटना किया गया जिस दौरान एम्बुलेंस में बिना किसी डॉक्टर के वंदना किनी को पटना आना पड़ा पीड़िता प्रमंडलीय आयुक्त वन्दना किन्नी की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बड़ी बात ये है कि प्रमंडलीय आयुक्त अपने विभागीय काम काज के दौरान ही कोरोना संक्रमित हुई थीं. पिछले कई दिनों से वह होम क्वारेंटाइन भी थीं जिस दौरान सरकारी आवास पर ही उनका इलाज हो रहा था।
डीएम का दिल्ली में चल रहा है इलाज
भागलपुर जिला प्रशासन के कई बड़े आला अधिकारी कोरोना संक्रमित से ग्रसित हो चुके हैं. डीएम प्रणव कुमार का इलाज पहले पटना हो रहा था और अब दिल्ली में चल रहा है. साथ ही अन्य अधिकारी और कर्मचारी का इलाज भी विभिन्न स्थान पर किया जा रहा है. तमाम पुलिसकर्मी भी संक्रमित हो चुके है जिला प्रशासन के सभी कर्मचारी एक एक कर संक्रमित हो रहे है