प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने की थी पावरग्रिड कर्मी की हत्या, फोन पर पूरी घटना सुन रही थी लाइव, 3.25 लाख में दी थी सुपारी

Sanjeev Shrivastava

पटना. आठ जुलाई को हुए बाढ़ थाना क्षेत्र के शहरी पावर ग्रिड के कर्मचारी पंकज कुमार गुप्ता की हत्या की गुत्थी पुलिस से सुलझा लिया है। पुलिस एएसपी अमरीश राहुल ने बताया कि इस पूरे घटना में मृतक की पत्नी मुख्य साजिशकर्ता थी। उसने सुपारी देकर हत्या की योजना बनाई थी।इसके लिए उसने अपने झुमके भी बेच दिए थे। पुलिस ने मृतक की पत्नी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सुपारी में दिए गए दो लाख रुपए भी बरामद कर लिए गए हैं। घटना में प्रयुक्त अपाचे बाइक, एक पिस्टल, दो कारतूस भी बरामद किए गए हैं।  
एएसपी ने बताया कि मृतक की पत्नी शोभा देवी अपने बच्चे को दिखाने एक चिकित्सक के पास बराबर जाया करती थी। इसी बीच गोलू उर्फ सन्नी नामक युवक से उसकी दोस्ती हुई जो प्यार में बदल गई। इसकी जानकारी पंकज को हुई तो उसने अपनी पत्नी के साथ मारपीट कर जान मारने की धमकी दे डाली। इसकी जानकारी शोभा ने अपने प्रेमी गोलू को दी तो दोनों ने पंकज की हत्या करने का प्लान बनाया। गोलू शूटर की व्यवस्था करने के लिए तैयार हो गया। वहीं शोभा देवी पैसे का इंतजाम करने के लिए तैयार हो गई। उसने झुमके बेचकर 45 हजार रुपए जुटाए। 

घटना स्थल का किया मुआयना

इसके बाद गोलू ने अपने एक दोस्त मनीष से संपर्क किया जिसके बाद मनीष ने अपने चचेरे भाई मोहित उर्फ आदित्य से परिचय कराया। मोहित ने अपने परिचित राजा से मदद मांगी तो राजा के द्वारा मोहित का संपर्क आयुष से करा दिया गया। आयुष पैसे के बदले हत्या करने के लिए राजी हो गया।  मोहित और आयुष द्वारा घटना के एक दिन पहले घटनास्थल का मुआयना भी किया गया। हत्या करने के लिए 45 हजार रुपए एडवांस में दिए गए और बाकी दो लाख 80 हजार रुपए घटना के बाद देने की बात हुई।

घटना के दिन लगातार थे संपर्क में 
घटना के दिन सुबह तीन बजे से ही शोभा देवी, गोलू उर्फ सन्नी, मनीष, मोहित, आयुष एवं आयुष के दो सहयोगी आपस में लगातार बात कर रहे थे। आयुष अपने दो सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हो गया। एक सहयोगी लाइनर का काम कर रहा था जो पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। दूसरा सहयोगी उजले रंग की अपाचे मोटरसाइकिल चला रहा था। आयुष पिस्टल लेकर पीछे बैठा हुआ था। जैसे ही पंकज अपने घर से दूध लाने के लिए बाहर निकला। इसकी जानकारी शोभा ने गोलू को दी। गोलू यह सूचना आयुष तक पहुंचाई जो कि घटनास्थल पर तैयार था। गेट के बाहर आते ही उन्होंने पंकज पर गोली चला दी।

फोन पर सुनी गोली की आवाज

पंकज की पत्नी शोभा उस वक्त मोबाइल फोन के जरिए अपने प्रेमी सन्नी और हत्यारों के संपर्क में थी। बकौल पुलिस, आरोपित महिला लगातार फोन पर लगी थी। हत्यारों ने इधर पंकज को गोली मारी और उसकी पत्नी फोन पर लाइव गोली की आवाज सुन रही थी। पुलिस की मानें इसके लिए उसने अलग मोबाइल नंबर ले रखा था। 

बरामद किए पैसे

घटना के अगले दिन शोभा देवी अपने भाई मुकेश को लेकर एएनएस कॉलेज स्थित एसबीआई पहुंची जहां अपने खाते से दो लाख अस्सी हजार रुपए निकाल गोलू को दिए, जिसे गोलू द्वारा मनीष के माध्यम से मोहित को दिए। इसके बाद मोहित ,आयुष और उसके दो सहयोगी के बीच में इस पैसे का बंटवारा किया गया। मामला खुला तो पुलिस ने मनीष के पास से 5,000, मोहित के पास से 50,000, राजा के पास से 20,000 आयुष के पास से 1,25,000 बरामद किए गए हैं।

पुरस्कृत होंगे पुलिसकर्मी

हत्याकांड का पूरी तरह उद्भेदन कर आरोपितों को गिरफ्तार करने में बाढ़ पुलिस की अहम भूमिका रही है। थानाध्यक्ष संजीत कुमार की टीम को पुरस्कृत करने के लिए एसएसपी से अनुशंसा की जाएगी।

अंबरीश राहुल, एएसपी

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