फाइलेरिया ग्रसित रोगियों को बांटे गए दवाओं के किट और बचाव की दी गई जानकारी।

Patna Desk

 

बृहस्पतिवार की दोपहर 11बजे यानी 3/8/2023 को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शांति कुमार माझी की अध्यक्षता में जिले से आई हुई फैलेरिया विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से फाइलेरिया से ग्रसित मरीजों की दुर्गावती के स्वास्थ विभाग के सभागार में आयोजित समारोह में फाइलेरिया से ग्रसित कुल 10 मरीजों को उपयोग की जाने वाली सामग्री कीट उपलब्ध कराया गया। साथ ही सभी मरीजों को फाइलेरिया होने के कारण एवम बचाव का उपाय के संबंध में विस्तार से बताया गया । स्वास्थ विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि फाइलेरिया ला इलाज बीमारी है यदि समय रहते सही रूप से इसका इलाज किया गया तो राहत मिल सकती है ।यह रोग रात को सोते समय मच्छरों के काटने से होता है। फाइलेरिया के मच्छर जिसे काट लेते हैं उसे यह रोग होता है। इसका असर कभी-कभी 10 से 20 वर्ष बाद भी मच्छरों के कांटे हुए मरीजों को देखने को मिलता है। पूर्ण रूप से ग्रसित फाइलेरिया के मरीजों को ठीक तो नहीं किया जा सकता लेकिन उन्हें राहत जरूर दी जा सकती है। इसलिए लोगों को दवाओं का सेवन पैरों की धुलाई नियमित रूप से करते रहना चाहिए। साथ ही उपस्थित चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को बचाव के लिए कुछ योग और व्यायाम भी बताएं और कहा कि रात को सोते समय सर के यहां लगाया जाने वाले तकिए को रोग से ग्रसित पैरों के नीचे लगाकर सोने से राहत मिलती है। इस मौके पर डा संतोष कुमार राय,BHM,BCM,पीरामल के शिवानंद ,पंकज कु0,राजकिशोर एवम अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।

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