रजत कुमार
पटनाः राज्य में समावेशी विकास, कानून का शासन, महिला सशक्तिकरण एवं कमजोर वर्गों तक विकास की रौशनी पहुंचाने के साथ-साथ बाल विवाह, दहेज, कन्या भ्रुण हत्या जैसे सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ महाभियान चलाने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देते हुए कहा कि पिछले 15 वर्ष राज्य के इतिहास के एक सुनहरे अध्याय के रूप में जनता देख रही है। यह कहना है जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद का। वह विपक्ष के आरोपों का जवाब दे रहे थे।
प्रसाद ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से उपजी विसंगतियों को लेकर श्री नीतीश कुमार की चिंता को पूरे हिंदुस्तान ने स्वीकारा है और जल जीवन हरियाली के युगांतरकारी कार्यक्रम के क्रियान्वयन के माध्यम से भूजल स्तर उन्नयन, हरित आवरण वृद्धि, गैर-पारंपरिक ऊर्जा के लक्ष्य को पाने की दिशा में अग्रसर हुआ है, जिसकी सराहना पूरे विश्व ने की है।
प्रसाद ने कहा कि ऐसा ही एक फैसला शराब बंदी का है, जिसने नीतीश को लकीर के फकीर राजनेताओं से अलग कर दिया। क्योंकि राजस्व क्षति की आशंकाओं को नकार कर महिलाओं से किये वायदे को जहाँ एक ओर पूरा किया, वहीं महिलाओं के आत्मसम्मान, सड़क दुर्घटनाओं एवं बीमारियों में कमी का लक्ष्य भी पूरा हो रहा है।