NEWSPRडेस्क। निर्भया गैंगरेप केस की वकील गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गई। सीमा कुशवाहा ने पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की मौजूदगी में बसपा का दामन थामा।
बता दें कि निर्भया केस में दोषियों को सजा दिलाने के लिए सीमा कुशवाहा ने लंबी लड़ाई लड़ी थी। मामले में 20 मार्च 2020 को दोषियों को फांसी हुई थी। वकील सीमा कुशवाहा का ये पहला केस था और उन्होंने अपने हौसले और जज्बे की वजह से दोषियों को सजा दिलाने में कामयाब रही। उन्होंने इस केस के लिए कोई फीस नहीं ली थी। सीमा कुशवाहा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से वकालत की पढ़ाई की है। जिस वक्त निर्भया के साथ यह दर्दनाक घटना हुई उस वक्त सीमा कोर्ट में ट्रेनिंग कर रहीं थी। जैसे ही उन्हें इस केस का पता चला उन्होंने बिना पैसे के इस केस को लड़ने का फैसला किया। सीमा ने न सिर्फ कोर्ट में निर्भया के पक्ष में दलीले दीं, बल्कि कोर्ट के बाहर भी निर्भया के माता-पिता के साथ हमेशा खड़ी रही। बता दें कि सीमा वकील नहीं बल्कि आईएएस अफसर बनना चाहती थीं। यूपीएससी परीक्षा देने की पूरी तैयारी भी कर चुकी थीं, लेकिन किस्मत को उनके लिए वकालत का पेशा ही मंजूर था।
बीएसपी ने पहले चरण की 58 सीटों में से 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन अब उनमें से कई लोगों के नाम काटकर वहां से नए उम्मीदवारों का एलान किया गया है।