अमित रंजन
मोतिहारी : जिले को मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर के साथ नेपाल से जोड़नेवाली चकिया बार घाट पुल का संपर्क पुल बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। जिसके कारण अब इस रुट छोटी गाड़ियों के भी परिचालन पर भी प्रसाशन ने रोक लगा दी है जिससे लोगो को काफी परेशानीयो का सामना करना पड़ रहा है।
मोतिहारी में बाढ़ व नदियों का तांडव जारी है। एक ओर जहां जिले में कई पुल, पुलिया व बांध प्रसाशनिक लापरवाही व राजनीतिक उदासीनता के कारण काल के गाल में समा रहे है। वहीं अब नवनिर्मित बारा घाट पुल का संपर्क पथ पानी के दबाब में पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है जिससे लाखो की आबादी प्रभावित हो रही है ।स्टेट हाईवे पर बनी ये पुल जिले को शिवहर, सीतामढ़ी ,, मधुबन ,,फेनहारा व नेपाल सहित मुजफ्फरपुर को जोड़ती है। पुल के अप्रोच पथ के नदी में समाहित होने से जहां बड़ी गाड़ियों का परिचालन पहले से ही बन्द था अब छोटी गाड़ियों के भी परिचालन पर भी प्रसाशन ने रोक लगा दी है जिससे लोगो को काफी परेशानीयो का सामना करना पड़ रहा है ।लोगो को अब अपने गंतब्य तक पहुचने के लिए 20 से 25 किलोमीटर तक कि अतिरिक्त यात्रा करनी पड़ रही है जिससे आम लोगो मे काफी आक्रोश देखा जा रहा है ।
वही इस पुल के संपर्क पथ के ध्वस्त होने से प्रसाशन की कलई भी खुल गयी है। लाखों करोड़ों रुपए जो बाढ़ राहत व मरम्मती के नाम पर कागजी खानापूर्ति की भी इसने कलई खोल दी है। लोग इस आपदा काल मे त्राहिमाम कर रहे हैं। वही आपदा विभाग लोगों के खून पसीने के पैसों के बंदरबांट करने में लगी है। पुल के एप्रोच पथ के ध्वस्त होने से जहां कई जिलों सहित नेपाल का संपर्क भंग हो गया है वहीं संबंधित अधिकारी का कहना है कि उन्होंने पुल के मरम्मत के लिए बड़े अधिकारियों को सूचित किया है। सुधार के लिए आदेश आते ही तत्काल इसके सुधार का काम शुरु कर दिया जाएगा।