NEWSPR डेस्क। आम दौर पर राशन उपभोक्ता की शिकायत रहती है कि डीलर कम अनाज देकर रुपए निर्धारित रेट से अधिक वसूलता है। शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी पहले डीलरों को बचाने में जुट जाते हैं। बात नहीं बनी तो फिर डीलरों पर कारवाई होती है। ऐसा नहीं है कि इसके लिए दोषी केवल डीलर ही हैं। बल्कि स्थानीय सिस्टम ही मकड़जाल जैसा है।
स्थानीय आपूर्ति विभाग में करप्शन की जड़े ईतनी गहरी है कि उसे उखाड़ना आसान नहीं है। बिवना वजन के ही डीलरों को अनाज की बोरी दी जाती है। ऐसा ही मामला पताही प्रखंड से सामने आया है। बताया जा रहा कि प्रखंड मुख्यालय स्थित एफसीआई गोदाम में बिना वजन के जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं को अनाज दी जाती है। इस तरह की बात कई दिनों से सुनने को मिलता है।
गोदाम परिसर में लगे बिना नंबर के ट्रैक्टर ट्रॉली पर लेबर द्वारा बिना वजन के लोड की जा रही थी। जबकि प्रखंड मुख्यालय से महज 20 मीटर की दूरी पर गोदाम स्थित है। बिना वजन के जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं को अनाज भेज दिया जाता है। वहीं, पलदारी के लिए निर्धारित प्रति बैग 2 रूपये का भुगतान ठेकेदार को करना है लेकिन ठेकेदार के कर्मी द्वारा जबरन पलदारी की रकम पीडीएस दुकानदारों से वसूला जा रहा है। वहीं प्रति बैग में 5 से 8 केजी अनाज कम दिया जा रहा है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट