NEWSPR डेस्क। एक बार फिर से बिहार के राजनीति में भूचाल आ गया है। आशंका जताई जा रही कि आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA को छोड़ सकते हैं। इसी के साथ बिहार की महागठबंधन की सरकार भी गिर जाएगी। बता दें कि जदयू ने आरसीपी सिंह प्रकरण के बाद मंगलवार को विधायकों और सांसदों की आपात बैठक बुलाई है।
इस बैठक में भाजपा से गठबंधन तोड़ने पर फैसला लिया जा सकता है। इतना ही नहीं विधायकों को मीडिया से बात करने या मीटिंग में फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। इस बार भाजपा की ओर से अमित शाह ने ही कमान ली है। बीजेपी लगातार सरकार बचाने में लगी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने अमित शाह से बातचीत भी की है। सूत्रों की मानें तो भाजपा लगातार सीएम को मनाने में लगी है पर बात अब शायद ही बनती दिख रही।
विपक्षी दलों के विधायक दल की बैठक हो रही है। महागठबंधन के सभी दलों आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट ने भी विधायक दल की बैठक बुलाई है। 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पर आरजेडी और माले की बैठक चल रही है। इधर, कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस के कई विधायक राबड़ी आवास पहुंचे हैं और महागठबंधन की बैठक में शामिल हो रहे हैं। राबड़ी आवास के बाहर भारी गहमागहमी देखी जा रही है।
वहीं बता दें कि राजद ने राबड़ी आवास पर सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। तेजस्वी यादव मीटिंग में विधायकों से ताजा हालात पर बताएंगे। इसके अलावा आज कांग्रेस ने दोपहर 1 बजे प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा के आवास पर सभी विधायकों की मीटिंग बुलाई है। कांग्रेस ने जदयू को सशर्त समर्थन देने का ऐलान किया है। वहीं जीतन राम मांझी ने भी अपनी पार्टी हम की बैठक बुलाई है। बैठक में सभी विधायकों को आने के लिए कहा गया है। ये पहले से ही नीतीश कुमार को समर्थन दे रहे हैं।