बिहार में सुशासन कि सरकार में बेलगाम हुए अधिकारी,मुंगेर में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के द्वारा पूछे गए सवाल पर भड़के जिला शिक्षा पदाधिकारी अश्वनी कुमार इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के संवाददाता से की बतमीजी कवरेज के दौरान मोबाईल छीना।
सुशासन कि सरकार में बेलगाम हो गए है अधिकारी,जिसका जीता जागता मिसाल मुंगेर जिला में देखने को मिला है।दरअसल मामला है की टेटिया बंबर प्रखंड के स्थित जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय में सोमवार को 11 वीं और 12 वीं की परीक्षा हो रही थी जिसमे छात्र छात्राये बरामदे और छत पर बैठ कर परीक्षा दे रहे जिसका फोटो वायरल हुआ था। इसी मामले को लेकर जब जिलाशिक्षा पदाधिकारी अश्वनी कुमार से मीडिया कर्मी सवाल पूछने गए तो उन्होंने कहा की आप लोग चैंबर में कैसे आ गए जिसके बाद कुर्सी छोड़कर मिडिया कर्मी को बाहर किया। वही जब मिडिया कर्मी ने कहा की सबाल पूछने आये तो उन्होंने कहा की पत्रकार को परमिशन नहीं है। जिसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मिडिया कर्मी का मोबाईल छीन लिया और कर्मचारियों से कहा डंडे मारकर भगाओ और मोबाईल जब्त कर लो. वही जब पत्रकार अडिग हुए उसके बाद वो अपने चैंबर में भाग गए जिसके थोड़ी देर बाद उसके कर्मचारी ने मिडिया कर्मी को मोबाईल दे दी। वही इस मामले को लेकर जब जिलाधिकारी नवीन कुमार से बात की तो उन्होंने कहा की जिला शिक्षा अधिकारी के कुशल व्यहार नहीं होने को लेकर सरकारी को पत्र भेजा गया है।
आप को बता दें कि मुंगेर जिले अलग अलग जगहों से दो वीडियो और फोटो वायरल हुई थी जिसमे एक वीडियो टेटिया बंबर स्थित जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय की जंहा 11वीं और 12वीं परीक्षा दे रहे छात्र -छत्राओ विद्यालय के छत पर खुले आसमान के नीचे फर्श पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं तो कई परीक्षार्थी बरामदे पर भी छात्र फर्स पर ही बैठकर परीक्षा दे रहे हैं। वही वायरल वीडियो सोमवार की थी ,जंहा जगन्नाथ प्लस टू उच्च विद्यालय में 11वीं में जहां 232 छात्र नामांकित हैं वही 12वीं में 216 छात्र। सोमवार को विज्ञान विषय में जहां भौतिक एवं रसायन शास्त्र की परीक्षा हो रही थी । वहीं आर्ट्स में राजनीतिक शास्त्र एवं दर्शनशास्त्र का परीक्षा संचालित की जा रही। विद्यालय में कुल 9 कमरे हैं वहीं शिक्षकों की संख्या 6 है।
वही दूसरी तस्वीर मुंगेर विश्वविद्यालय अंतर्गत आरएस कॉलेज तारापुर में स्नातक पार्ट वन और पार्ट टू की हो रही परीक्षा की। परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था सही नही होने के कारण परीक्षार्थी प्लास्टिक के खाने की टेबल और कुर्सी पर परीक्षा दे रहे हैं तो कई परीक्षार्थी कॉलेज के छत पर परीक्षा दे रहे थे वही कॉलेज प्रिंसपल पूरी परीक्षा की जिमेवारी एनसीसी के कैडेट्स को दे दी थी।