NEWSPR डेस्क। बिहार राज्य पुल निगम की मनमानी व लापरवाही से मोतिहारी जिला मुख्यालय का एकमात्र बलुआ ओवरब्रिज हादसों का सबब बनता जा रहा है। एक ओर विभाग को इस पुल के रख रखाव की जिम्मेवारी दी गई है। इसका मेंटेनेंस कार्य विभाग को ही देखना है और यात्री सुविधाओं को बहाल रखना इसकी महती जिम्मेवारी है। वहीं दूसरी ओर विभाग इसको लेकर पूरी तरह से लापरवाही दिखा रहा है और इसे देखने सुनने वाला कोई नहीं है।
पुल के निर्माण के साथ ही इस विभाग ने इस पुल पर बिजली की व्यवस्था की थी लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विभाग की लापरवाही से इसपर लगे आधे से अधिक वेपर लाइट बन्द पड़े हुए हैं, जिसके कारण लोगों को खास परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुल पर अंधेरा होने के कारण यहां हमेशा दुर्घटनाएं तो होती ही रहती है साथ में लाइट के अभाव में यहां लगातार लूट व छिनतई की घटनाएं होती रहती है।
लोगों के मोबाइल व अन्य चीजें लूटने का ये सेफ जोन बनता जा रहा है। बिजली नहीं रहने के कारण इस पुल पर लगातार घटनाएं घटित होती रहती है लेकिन विभाग चिर निद्रा में सोई रहती है। उनकी लापरवाही के कारण ही इस पुल पर कचरे का अंबार भी लगा रहता है और बरसात के दिनों में यहां जलजमाव भी बना रहता। जिसके कारण भी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। बिजली के पोल पर बल्ब व वेपर लाइट तो है लेकिन ये जलती नहीं हैं जिसके कारण यहां हमेशा मोबाइल व अन्य चीजों की लूट होती रहती है।
खास बात ये भी है कि इस पुल से जिले के सभी वरीय से लेकर कनीय अधिकारी सभी के सभी रोज़ाना सफर करते हैं लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस समस्या के प्रति आज तक अपनी दिलचस्पी नही दिखलाई है। जिसके कारण अब ये पुल अपराधियो का सेफ जोन बनता जा रहा है। वही इस संबंध में जब हमने इसकी जानकारी जिलाधिकारी शिर्षत कपिल अशोक को दी तो उन्होंने तत्काल नगर निगम व पुल विभाग को इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने का निर्देश दिया व इसके लिए उन्होनो जिम्मेवार अधिकारियों को हड़काया भी है।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट