NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के कटिहार से है। जहां बेटी के जन्म पर अस्पताल में डोली लाई गई। जिसमें घर की बहू घर की पुत्रिरत्न को लेकर सवार हुई और अपने घर को निकल पड़ी। बेटी होने की खुशी में एक पिता और घरवालों ने अरमानों की डोली सजा दी। ये मामला कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र का है। जहां एक परिवार में कुल 24 साल बाद बेटी का जन्म हुआ है। जिसकी खुशियां घर वालों से संभाले नहीं संभल रही थी।
बड़े अरमानों के साथ बहु और पोती को पालकी में बिठाकर या द्वार ले आए। कटिहार का ये परिवार जहां सरकार की गाइड लाइन से जुड़ा हुआ खानदान है। जो पुत्री के जनमोत्स्व से समाज की रूढ़िवादी परंपरा को आईना दिखा रहा है। परिवार के मुखिया का कहना है कि यह अधिकार उसका ही था। जो आज के परिवेश में लोग भूलते जा रहे हैं। भ्रूण हत्या जैसी जघन्य अपराध को यह डोली में बैठी मेरी बिटिया समाज के उन जैसे लोगों से सवाल पूछ रही है कि.. हम उसी बहू की बेटी हैं। जिस बहु को आप डोली में बिठाकर घर लाए थे ।
बिटिया रानी को जन्म देने वाली मां और परिवार की बहू बताती हैं कि एक वो डोली थी। जब मैं अपने ससुराल चढ़कर आयी थी। आज इस डोली में मेरी बेटी मेरे साथ अस्पताल से चढ़कर आयी है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में रूढ़िवादी परम्परा को पहली बार कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र से टूटता देख.नारी सश्कतिकरण में अनोखी बानगी को मिसाल बतायी जा रही है।
कटिहार से रत्न कुमार की रिपोर्ट