NEWSPR डेस्क। मुंगेर में जायदाद के खातिर बेटे पर अपने पिता को कई महीनों तक बंदी बना कर रखने का आरोप लगा है। मां ने छोटे बेटे पर यह आरोप लगाते हुए कहा कि उसने अपने पिता को बंधक बना कर रखा था। मां ने कई लोगों के साथ पहुंचकर दरवाजा खुलवाकर अपने पति को निकाला और अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उनकी हालत गंभीर है।
मुंगेर कासिम बाजार थाना क्षेत्र के लल्लू पोखर निवासी 70 वर्षीय वृद्ध योगेंद्र प्रसाद को उसकी पत्नी अंजू देवी इलाज के लिए लेकर सदर अस्पताल पहुंची थी। योगेंद्र प्रसाद की हालत काफी गंभीर थी। उन्हें दस्त था और उनके पीठ और कमर पर घाव हो गया था। अंजू देवी ने बताया कि उनके पति योगेंद्र प्रसाद होमियोपैथ के चिकित्सक थे। उन्हें दो पुत्र है।
बड़ा पुत्र नीरज कुमार और छोटा पुत्र दीपक कुमार हैं। दोनों एक ही घर में रहते हैं। उसके पिता छोटे पुत्र दीपक कुमार के साथ रहते हैं। जबकि वो बड़े पुत्र नीरज कुमार के साथ रहती है। उसने बताया कि छोटे पुत्र दीपक कुमार ने उसके पति को तीन माह से घर में बंद कर रखा था। इस दौरान वह किसी से उन्हें मिलने नहीं देता था।
यहां तक की उससे भी पिता को मिलने नहीं देता था। क्योंकि उनकी नजर अकेले ही पूरे जायदाद पर थी। उसे डर था कि पिता अगर घर से बाहर निकलते हैं तो वह अपना जायदाद बड़े पुत्र और पुत्री के नाम पर नहीं कर दे। तीन माह से घर में बंद रहने के कारण उसके पति की हालत यह हो गयी थी। वह बोल तक नहीं पा रहे थे। जिसके बाद रविवार को वह आसपास के 10 लोगों को लेकर घर के अंदर घुसी, और पति को लेकर सदर अस्पताल पहुंची।
मामले को लेकर होमियोपैथिक चिकित्सक पुत्र दीपक कुमार ने बताया कि उसपर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। वह बचपन से ही हॉस्टल में रहकर पढ़ रहा था। पांच वर्ष पहले ही वह मेडिकल की पढ़ाई के बाद मुंगेर आ गया। जिसके बाद से उसकी मां और पिता उसके साथ रह रहे थे। भागलपुर से इलाज कराने के बाद उसके बड़े भाई ने बताया कि मां और पिताजी का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया है। जिसके कारण वह मां को अपने साथ ले गया। उसका बड़ा भाई शुरू से ही उसे देखना नहीं चाहता था। उसकी नजर पिता के पूरे जायदाद पर है। जिसके कारण वह बहन के साथ मिलकर उसपर गलत आरोप लगा रहा है। साथ उसने मीडिया को एक वीडियो दिया जिसमें उस मे उसके बड़े भाई की पत्नी के द्वारा उसके गाड़ी को तोड़ते हुए दिखाया गया है।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट