NEWSPR डेस्क : प्रत्येक देश की संसद के कुछ नियम होते हैं और कई बार ये नियम सबकी सहमति से बदलते भी रहते हैं। इसी कड़ी में ब्रिटिश संसद द्वारा सांसदों के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया है। सांसद अब जींस, स्पोर्ट्स वियर, टीशर्ट या स्लीवलेस टॉप पहनकर संसद नहीं आ सकेंगे। इतना ही नहीं स्पीकर ने एक चेतावनी पत्र जारी किया है, जिसमें सभी सांसदों को उचित संसदीय वेशभूषा में ही सदन में आने के लिए कहा गया है।
दरअसल, ब्रिटेन के हाउस ऑफ कामंस में छुटि्टयां खत्म होने के बाद सोमवार से दोबारा संसदीय कार्यवाही शुरू हुई है। स्पीकर सर लिंडसे हॉयल ने सांसदों के लिए हाउस ऑफ कॉमन्स में व्यवहार और शिष्टाचार के नियम अपडेट किए हैं। कोरोना के बाद ब्रिटेन में अब संसद जूम पर नहीं चलेगी। लिंडसे ने सांसदों के जींस या स्पोर्ट्स वियर पहनकर संसद में आने पर रोक लगा दी है। उन्होंने बकायदा नया ड्रेस कोड जारी किया है।
ड्रेस कोड के लिए सांसदों को दिए नए दिशा निर्देश में बताया गया कि वे सदन में जींस, चिनोज, स्पोर्ट्सवियर, टीशर्ट पहनकर न आएं। स्कार्फ और ऐसे बैज न पहने, जिन पर ब्रांड नेम या स्लोगन हों। सांसद चैंबर में और उसके आसपास व्यावसायिक पहनावा पहनें। कैजुअल शूज की बजाय उपयुक्त जूते पहनें। साथ ही पुरुष सांसद टाई और जैकेट भी पहनें।
इसके साथ ही यह भी बताया गया कि सदन में जब बहस हो रही हो तो पुस्तक या अखबार ना पढ़ा जाए। सांसद चैंबर में झोला, ब्रीफकेस, बड़े हैंडबैग नहीं ला सकेंगे। सांसदों को चैंबर में प्रवेश या बाहर निकलने पर सदन के सम्मान के प्रति चेयर के सामने झुकना होगा। सांसद मोबाइल, अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। ताली नहीं बजा सकेंगे।
बता दें कि पूर्ववर्ती स्पीकर जॉन बर्को ने इस मामले में अधिक उदारवादी नीति अपनाई थी और कहा था कि सांसदों के लिए कोई निश्चित ड्रेस कोड नहीं है। हालांकि सितंबर 2019 में लेबर पार्टी के सांसद ने सदन में गाने गाकर विरोध जताया था। लेकिन अब नए नियमों में सदन के अंदर गाने और नारे लगाने की भी अनुमति नहीं है।