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अरवल में भाकपा माले और किसान सभा ने किया प्रतिवाद मार्च, कई मार्गों से होते हुए निकाला गया जुलूस

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NEWSPR डेस्क। अरवल : पैसा से भी खाद खरीदने में कई दिन लाइन में लगना पड़ता है। यह किसानों के साथ अत्याचार है। सरकार किसानों के खाद दिलवाने में नाकाम हो रही है। कठिन मेहनत, परिश्रम करने के बाद धान की फसल जब तैयार होने को है। ऐसे समय में उर्वरक की सख्त जरूरत होती है। किसानों को खाद नहीं मिलना सरकार की नाकामी है। ये बातें किसान महासभा के राज्य सह सचिव व भाकपा माले विधायक महानन्द सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि सरकार खेती को ऐसा बना देना चाहती हैं कि किसान अजीज होकर खेत कारपोरेट के हवाले सौंप दें। देश के किसान यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और सरकार की मनसुबा को पूरा नहीं होने देंगे।

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उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली में आज भी करीब 10 महीने से आंदोलनरत है। फिर भी पीछे नहीं हट रहे हैं. हमें उनसे लड़ने की ताकत की उर्जा हासिल करना चाहिए। बिहार के किसान भी सरकार के हर तिकड़म को नाकाम कर देंगे।
भाकपा माले व किसान महासभा द्वारा भगतसिंह चौक पर 11:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक एनएच139 एवं एनएच 110 को जाम किया गया. साथ ही सैकड़ों किसान भाकपा माले एवं अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए जुलूस निकाला गया। प्रखंड परिसर में विशाल सभा की गई. सभा की अध्यक्षता खेग्रामस नेता कॉमरेड उपेंद्र पासवान ने की जबकि सभा को रामकुमार सिन्हा, युवा नेता रविन्द्र यादव ने भी संबोधित किया।

प्रतिवाद मार्च व चक्का जाम का नेतृत्व किसान महासभा के राज्य सह सचिव एवं अरवल विधायक महानंद सिंह, भाकपा माले के जिला सचिव जितेंद्र यादव, किसान महासभा के नेता रामकुमार सिन्हा, खेग्रामस नेता उपेंद्र पासवान, त्रिभुवन शर्मा, नंद किशोर कुमार, महेंद्र प्रसाद, सुएब आलम, टूना शर्मा समेत कई नेताओं ने किया.
नेताओं ने 27 सितंबर 21 को देश व किसान विरोधी तीनों कृषि कानून, देश को बेचने व महंगाई के खिलाफ भारत बंद को ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया।

जिला सचिव जितेंद यादव ने कहा कि जिला कृषि पदाधिकारी खाद बिक्री के मामले में बेहतर प्रबंधन करने में नाकाम हो रहे हैं। केवल कागज पर आंकड़ा पेश करने से काम होने वाला नहीं है. जमीन पर बेहतर प्रबंधन करना होगा।
नेताओं ने कहा कि जितना जल्दी हो किसानों को खाद सुलभ तरीके से मुहैया कराने की गारंटी किया जाए. जनता का गुस्सा भड़क रहा है. विस्फोटक स्थिति पैदा हो सकती है।

 

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