NEWSPR डेस्क। भागलपुर में अपराधियों ने न्यूरो चिकित्सक डॉक्टर विकास शर्मा से 50 लाख की रंगदारी मांगते हुए चिट्ठी भेजा। वहीं दूसरी तरफ डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के भाई जो हरि ओम लक्ष्मी नारायण ज्वेलर्स के संचालक विष्णु शर्मा से भी रंगदारी में 70 लाख रुपए का डिमांड किया गया है। वहीं पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है।
बता दें कि उनका क्लीनिक एसएम कॉलेज रोड में ओम न्यूरो सेंटर के नाम से है और वह जीरो माइल के सीएनएम हॉस्पिटल में भी मरीजों को देखते हैं। उन्हें 6 जनवरी की दोपहर में रजिस्टर्ड डाक से क्लीनिक में 50 लाख रंगदारी वाली चिट्ठी मिली। जिसमें 25 जनवरी को नवगछिया के तेतरी दुर्गा मंदिर के पास रकम पहुंचाने को कहा गया है। वहीं नहीं पहुंचने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी भी दी गई है। जिस लिफाफे में चिट्ठी भेजी गई है, उसमें प्रेषक अपना नाम रजनीश यादव पता तीनटंगा गोपालपुर लिखा है। उस लिफाफे पर जो नंबर मोबाइल नंबर अंकित थे पुलिस के मुताबिक कटिहार का बताया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के भाई जो हरि ओम लक्ष्मी नारायण ज्वेलर्स के संचालक विष्णु शर्मा हैं। उनसे भी 6 जनवरी को दोपहर और 7 जनवरी की सुबह में 7827182949 नंबर से व्हाट्सएप के जरिए अपराधियों ने 70 लाख रुपए का डिमांड किया है। यह नंबर पटना का बताया जा रहा है। यह डिमांड मैसेज के द्वारा लगातार दो बार दी गई है और इन्हें भी रकम नहीं पहुंचाने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इससे पहले नवंबर 2017 में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी।
डॉक्टर विकास शर्मा ने कहा कि मेरी किसी से कोई रंजिश नहीं है। ना ही मेरे द्वारा कोई पेशेंट की मृत्यु हुई है फिर मेरे से इस तरह रंगदारी मांगना मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा। साथ ही साथ डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के भाई विष्णु वर्मा ने भी कहा की जो भी इस तरह रंगदारी वाली बात कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन से अनुरोध है उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्त में लेकर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
दोनों मामले में कोतवाली और बरारी थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। पुलिस का खौफ इस कदर अपराधियों के अंदर समाप्त हो गया है कि केस दर्ज होने के बाद भी बदमाश का मैसेज लगातार आ रहा है। अब पुलिस के लिए भी यह एक खुली चुनौती है कि इसे किस तरह देखते हैं। वहीं डॉ विकास शर्मा एसएसपी बाबूराम से मिले और उन्होंने पूरी जानकारी दी। केस दर्ज करने में 1 दिन देरी पर एसएसपी ने बरारी थानेदार अमित कुमार की भी क्लास लगाई। अब देखना यह है कि प्रशासन इसे किस तरह लेती है और किस तरह इसकी गुत्थी सुलझती है या फिर और केस की तरह यह भी ठंडे बस्ते में बंद हो जाती है।
रिपोर्ट:- श्यामानंद सिंह, भागलपुर