NEWSPR डेस्क। भागलपुर में प्रगति बाल विकास योजना नामक निजी संस्था ने मिनी आंगनवाड़ी केंद्र खोलने और उसमें विभिन्न पदों पर नौकरी देने का झांसा देकर 366 अभ्यर्थियों से पैसे वसूले गए। रविवार को परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को फर्जीवाड़ा का पता चला तो वह हंगामा करने लगे। दक्षता परीक्षा के नाम पर सभी से एक हजार रुपए लिए गए और कई अभ्यर्थियों की नौकरी देने का झांसा देकर 20-20 हजार रुपए की वसूली की गई थी।
दूसरी ओर बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के संस्था को एलेन विजय महिला कॉलेज भ्रमरपुर में दक्षता परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दे दी गई। संस्था द्वारा प्रचार किया गया था कि मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रखंड समन्वयक प्रेरक सेविका व सहायिका की बहाली की जाएगी। इसके लिए दक्षता परीक्षा पास करना अनिवार्य है ,परीक्षा के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन फॉर्म जमा लिए गए थे परीक्षा के लिए भागलपुर मुंगेर और बेगूसराय के 366 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिए थे।
हंगामा की सूचना पर नवगछिया से एसडीएम यतेंद्र पाल और बिहपुर के थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह पहुंचे और उन्होंने जानकारी ली थी। किसके आदेश से यह परीक्षा दिलाई जा रही है तो पता चला कि इसकी लिखित कोई सूचना नहीं दी गई थी। किसी भी प्रशासनिक अनुमति के संस्था को कॉलेज में परीक्षा आयोजित करने नहीं दी जाती है। इसी बाबत पुलिस ने संस्था के भागलपुर मुंगेर के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन कुमार, प्रखंड समन्वयक रंजीत राम ,पंचायत समन्वयक विक्रम पासवान व सुपौल के क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेंद्र कुमार को हिरासत में ले लिया।
रिपोर्ट:- श्यामानंद सिंह, भागलपुर