महिला की इस आस्था देखकर हो जाएंगे हैरान, दंडवत देते हुए पहुंची चंडिका स्थान, 12 घंटे में 2 किलोमीटर की तय की है दूरी

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। आस्था के भी रंग निराले होते हैं जहां हर शारीरिक कष्ट को भी भक्त भूल राहों की कठिनाइयों को नजर अंदाज कर अपने ईस्ट देव से मिलने के लिए हर तकलीफ तक सहन कर लेते हैं। ऐसा ही एक वाक्या देखने को मिला जहां एक महिला के द्वारा अपनी बच्ची के स्वास्थ को ठीक करने के लिय दंडवत देते हुए चंडिका स्थान में पूजा अर्चना करने के लिए 12 घंटे में 2 किलोमीटर की दूरी तय करके पहुंची है।

ये एक अद्भुत नजारा था जब एक मां अपने छोटी बच्ची के स्वास्थ को ठीक करने के लिय हर कष्ट को सहते हुए दो किलो मीटर दंडवत देते हुए देश के 52 शक्तिपीठों में से एक मुंगेर चंडिका स्थान शक्तिपीठ पहुंची । गुजरात से चलकर मुंगेर आई एक महिला ने अपनी मन्नत मांगने के लिए मां शक्ति पीठ चंडिका स्थान के दरबार में 2 किलोमीटर तक दंडवत देकर 12 घंटे में अपनी यात्रा पूरी कर पहुंची मां की चंडिका के दरबार में और पूरी आस्था के साथ मां की पूजा अर्चना महिला श्रद्धालु ने की। इसके आस्था को देख स्थानीय पंडा ग्रामीण पुलिस एवं ड्यूटी पर मौजूद दंडाधिकारी ने महिला श्रद्धालु को पूजा- अर्चना करने में काफी सहयोग किया।

मंदिर में पूजा अर्चना कर रही भागलपुर जिला अंतर्गत नाथनगर चंपानाला निवासी मनोज शर्मा की 30 वर्षीय पत्नी आरती शर्मा ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2012 में हुआ है। और उसके दो बच्चे हैं। उनोहने बताया कि 5 वर्षीय बेटी निष्ठा को ढाई साल के उम्र में ही पेट में पथरी की शिकायत हुआ था। जिसका इलाज चिकित्सक के द्वारा कराया गया जिसके बाद दवाई के माध्यम से उसका पेट से पथरी निकल गया मगर तब से ही उसके पेट में लगातार दर्द हो रही है। कई जगह चिकित्सक के दिखाया पर अब तक सुधार नहीं हुआ तभी आरती देवी के पिता संजय शर्मा, माता चंद्रकांता देवी ने उसे फोन पर सलाह दिया कि मुंगेर के चिकित्सक से दिखा लो और माँ चंडीके देवी से मन्नत मांगने की सलाह दी।

मां पिता के बात सुनकर महिला अपनी मायके माधोपुर आयी और आज बुधवार की सुबह नेम निष्ठा के साथ अपनी घर से ही दंडवत देकर 12 घण्टे में 2 किलोमीटर की रास्ता तय कर चंडिका स्थान पहुंच गई। मंदिर पहुंचने पर मंदिर में मौजूद पांडा समाज के सदस्य ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी दंडाधिकारी एवं स्थानीय लोगों के द्वारा महिला को पूरी तरह से सहयोग कर उसे माता के गर्भ गृह में ले जाकर पूरे नियम निष्ठा के साथ पूजा अर्चना करवाने में सहयोग किया।

इस दौरान महिला श्रद्धालुओं ने बताया कि जब वह दंडवत देकर चंडिका स्थान आ रही तो इस क्रम में उसके साथ साथ दोनों बच्चा मां और बड़ी मां भी उसके साथ चल रही थी।  आरती देवी ने बताया कि वह अपने दोनों बच्चों के साथ गुजरात में पति के साथ रहकर गुजर-बसर करती है। गुजरात में उसका पति मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर जीवन व्यतीत करता है। मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद महिला श्रद्धालु ने बताया कि माता रानी अगर उनकी मन्नत पूरा कर देगी तो वह फिर माता के दरबार में हाजिरी लगाएगी।

मुंगेर से मो. इम्तिय़ाज की रिपोर्ट

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