सुजीतधर दूबे
गढ़वाः जिले के एक मुखिया का विडियो सामने आया है, जिसमें वह पीएम आवास की मंजूरी देने के लिए हितग्राही से 10 हजार रुपए की मांग करते नजर आ रहा है। विडियो में मुखिया साफ तौर पर कहते दिख रहा है कि दो लाख के काम कराने के लिए सौ-दो सौ नहीं, कम से कम 10 हजार देनें होंगे। इससे कम में वह कागजात पर साइन नहीं करेंगे, चाहे जो भी हो।
विडियो गढ़वा जिले केडंडई प्रखंड के तसरार पंचायत की है। इस विडियो में नजर आ रहे शख्स मुखिया दुखन राम हैं। जो पीएम आवास के हितग्राही से पैसे की मांग करते नजर आ रहे हैं। यहां पैसा नही देने पर काम नही करने की धमकी भी मुखिया दे रहे हैं।आपको बता दे कि तसरार में एक गरीब महिला सकीना बीबी के नाम से प्रधानमंत्री आवास के नाम पर मुखिया के द्वारा पैसे की मांग की गई थी। जबकि मुखिया ने ये भी कह दिया पैसा नही दोगे तो सिग्नेचर नही करेंगे चाहे तुम कही जा सकते हो सायद इन्हें किसी से कोई भय डर नही है खुलेआम धमकी, चुनौती दे दिया इन्होंने जबकी उन्होंने ये भी कह दिया 2 लाख का काम फ्री में नही होगा
हर पंचायत में यही हालात
तसरार पंचायत सिर्फ एक तस्वीर है। लगभग सभी पंचायतों की यही हालात है। पीएम आवास जैसी योजनाएं मुखियाओं के लिए वह मुर्गी है, जिससे सोने के अंडे मिलते रहते हैं। न सिर्फ सरकार से करोड़ों की राशि मिल रही है, बल्कि हितग्राही को दी जानी राशि में भी अपना कमीशन तय कर रखा है।
कार्रवाई की बात
मामले में गढ़वा के उपायुक्त राजेश कुमार पाठक का कहना है कि उन्होंने मुखिया का विडियो देखा है। पीएम आवास के लिए पैसों की मांग करना गलत है। मुखिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।