NEWSPR डेस्क। मोतिहारी के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल में पैसा दो नंबर लो का खेला चल रहा। मोतिहारी जिला स्कूल में पैसे लेने के बाद भी मनचाहे नंबर नहीं मिलने पर आज छात्रों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया है। कोरोना टीकाकरण का निरीक्षण करने पहूंचे। वहीं डीएम का घेराव कर छात्रों ने हंगामा किया और स्कूल के प्राचार्य की काली करतूत से अवगत कराया है।
डीएम के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी स्कूल पहूंचकर मामले की जांच की। जांच में अधिकारियों के सामने प्राचार्य ने अपनी काली करतूत को स्वीकार करते हुए छात्रों के पैसों को वापस देने का आश्वासन दिया है। साथ ही अधिकारियों के सामने ही प्राचार्य ने समाचार संकलन कर रहे मिडिया कर्मियों के साथ दूर्व्यवहार किया।
इस दौरान प्राचार्य ने मीडियाक्रमियों के कैमरे और मोबाईल को छीनकर स्कूल परिसर से निकल जाने की बात कही। दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को प्रैक्टीकल की परीक्षा में अधिक अंक देने के नाम पर उगाही हुई है। हंगामा के बीच स्कूल का कर्मचारी छात्रों को रुपये वापस कर रहा है। हंगामा कर रहे छात्रों ने बताया कि हर एक मुद्दे पर स्कूल जबरन छात्रों से बैसों की वसूली करता है। प्रैक्टीकल में पास कराने के लिए दो सौ रुपये और तीस अंक की परीक्षा में तीस अंक देने किए तीन सौ रुपये की वसूल की गयी है।
जबकि छात्रों के हंगामा के बाद रुपयों को वापस करते कर्मी ने अपना नाम बताने से बचते हुए कहा कि छात्रों के कागज को लाने में हुए खर्च की वसूली होती है। जिसे प्राचार्य के निर्देश पर छात्रों को लौटाया जा रहा है। वहीं मौके पर पहुंचे मोतिहारी सदर अनुमंडल पदाधिकारी सुमन सौरभ यादव ने बताया कि छात्रों के हंगामा कि सूचना पर पहूंचे। स्कूल के प्राचार्य से हुई वार्ता के बाद छात्रों के रुपये लौटाये जा रहे है। साथ ही कहा कि छात्रों की परीक्षा शान्तिपूर्ण माहौल में लिया जायेगा। लेकिन छात्रों से परीक्षा के नाम पर हुए अवैध वसूली के आरोपी प्राचार्य पर कार्रवाई करने के सवाल को टाल गये।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट