सासाराम, एक बहुत पुरानी कहावत है ‘जाके पैर न फटी बिवाई सो का जाने पीर पराई’ अर्थात जिसने स्वयं पीड़ा को नहीं सहा वह दूसरों की पीड़ा को नहीं समझ सकता। यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से बीते शनिवार की देर रात जिलाधिकारी नवीन कुमार का जिला मुख्यालय सासाराम की सड़कों पर निकालना भी इसी कहावत को चरितार्थ करता प्रतीत हो रहा है। क्योंकि एक दिन पूर्व हीं जिलाधिकारी नवीन कुमार का शहर की सड़कों पर भीषण जाम से सामना हुआ था तथा जाम से निकलने में ट्रैफिक पुलिस एवं डीएम के अंगरक्षकों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। डीएम ने जब खुद भीषण जाम का सामना किया तो अगले दिन ही शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ रखने एवं सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर शनिवार की देर रात अचानक जिला मुख्यालय सासाराम की सड़कों पर निकल पड़े। इस दौरान नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल, जिला परिवहन पदाधिकारी रामबाबू सहित जिले के कई वरीय अधिकारियों के साथ डीएम ने शहर के पुरानी जीटी रोड का निरीक्षण किया तथा संबंधित पदाधिकारियों से शहर में जाम की समस्या एवं परिवहन के बेहतर संचालन में आने वाली बाधाओं व जाम वाले प्रमुख स्थलों की जानकारी प्राप्त की। डीएम ने स्पष्ट किया कि जिला प्रशासन यातायात व्यवस्था को निर्बाध एवं सुगम बनाने के लिए पूरी तरह संकल्पित है। इसलिए संबंधित पदाधिकारी तत्काल ट्रैफिक जाम के प्रमुख स्थलों को चिन्हित करें तथा समस्या के कारगर निदान हेतु विस्तृत कार्य योजना को अमलीजामा पहनाएं। इस दौरान उन्होंने शहर में बेहतर यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अधिकारियों के साथ सड़क पर हीं विस्तार से चर्चा की तथा कचहरी से काली मंदिर तक नए पार्किंग स्थल को विकसित किए जाने के लिए भी स्थल निरीक्षण किया। बता दें कि शहर में जाम की समस्या का मुख्य कारण अव्यवस्थित रूप से वाहनों का खड़ा होना, सड़कों का अतिक्रमण एवं यातायात नियमों की अनदेखी करना है। शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहे एवं रौजा रोड में सबसे ज्यादा यातायात की समस्या उत्पन्न होती है। जहां सड़कों पर बेतरतीब ढंग से ठेले खोमचे सहित बस एवं आटो खड़े रहते हैं और इसके कारण जाम की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। जाम से निजात दिलाने को सड़क पर उतरे डीएम ने इस दौरान पोस्ट ऑफिस चौराहा, कचहरी मोड़, काली स्थान सहित अन्य प्रमुख मार्गों का भी निरीक्षण किया तथा यातायात नियमों के सख्त अनुपालन एवं अतिक्रमण को लेकर संबंधित पदाधिकारी को सख्त दिशा निर्देश जारी किए। बताते चलें कि शहर में जाम की समस्या काफी दिनों से प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई है। आए दिन जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण एवं जाम की समस्या को लेकर समय-समय पर अभियान भी चलाया जाता है। जिससे जाम की समस्या से थोड़ी बहुत राहत तो मिल जाती है लेकिन स्थाई समाधान नहीं निकल पाता। हर रोज स्कूली बच्चे, राहगीर एवं वाहन चालक घंटो जाम की समस्या से जूझते रहते हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है और समय भी बर्बाद होता है। निरीक्षण के दौरान सदर अनुमंडल पदाधिकारी आशुतोष रंजन, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार, ट्रैफिक डीएसपी आदिल बिलाल, डीपीआरओ धर्मवीर सिंह सहित पथ प्रमंडल के अभियंता एवं अन्य ट्रैफिक पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे।