यूक्रेन से लौटे मोतिहारी के दो छात्रों को देख परिजनों के चेहरे खिले, यूक्रेन युद्ध का सुनकर जान निकल गई थी, कई विधायक पहुंचे मिलने

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मोतिहारी केसरिया प्रखंड अंतर्गत ताजपुर पटखौलीया निवासी विशाखा राय व कुमार वैभव दोनों मेडिकल छात्र के घर वापसी के बाद परिजनों के चेहरे खील उठे। ये दोनों मेडिकल के छात्र स्थानीय प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिपूल कुमार राय व कांग्रेस नेत्री सुमित्रा कुमारी यादव के संतान हैं। बेटी विशाखा यूक्रेन के ओडेसा शहर में और कुमार वैभव खारकीव मे रह कर मेडिकल की तैयारी करता था।

वहीं यूक्रेन व रुस में महासंग्राम के बीच दोनों बूरी तरह से फंस गए थे।घर वापसी के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपनी आपबीती सुनाई। विशाखा ने बताया कि वहां खाने-पीने से लेकर तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। बड़ी किस्मत से परेशानियों का सामना करते-करते अपने घर लौटे हैं। एम्बेसी से हमलोगों को कोई मदद नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में अभी भी लगभग 400 से अधिक छात्र फंसे हैं और हर पल दहशत के साये में लोग समय गुजारने को मजबूर हैं।

युद्ध शुरू होने के पहले सरकार की एडवाइजरी जारी करने के बावजूद छात्रों के नहीं लौटने पर उसने बताया कि कॉलेज ने भी गलती की और दूतावास से जारी एडवाइजरी स्पष्ट नहीं थी। उससे भ्रम की स्थिति हो गई। पहले सब नॉर्मल था। न्यूज में आ रहा था कि कुछ न कुछ होने वाला है। उस चीज को हमलोगों ने सीरियसली नहीं लिया। अचानक 24 फरवरी की रात को रूस ने हमला कर दिया सबसे पहले उन्होंने एयरपोर्ट को बर्बाद कर दिया, जिस वजह से निकलना पॉसिबल ही नहीं था।

दोनों छात्रों से मीलने पहुंचे कल्याणपुर विधायक मनोज कुमार यादव, नरकटिया विधायक समीम अहमद, केसरिया के पूर्व विधायक सह एमएलसी प्रत्याशी राजेश कुमार रौशन उर्फ बब्लू देव, रक्सौल के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी रामबाबू यादव,असोक यादव, संतोष कुशवाहा,राजद प्रखंड अध्यक्ष बदरुल हक, सहित अन्य नेताओं का तांता लगा रहा। रविवार की देर शाम छात्रों से मीलने लोग आते रहें।सभी जनप्रतिनिधियों ने छात्रों के कुशलक्षेम घर वापसी पर बच्चों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार से प्राईवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस एक समान करने की मांग की।

मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट

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