भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने आरा परिसदन मे प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के किसानो और मजदूरो की दशा और दिशा गड़बड़ है।बिहार के महागठबंधन सरकार ने बिहार के लोगो को उनकी अपनी स्थिति पर छोड़ दिया है।केन्द्र सरकार द्वारा बिहार के किसानो और गरीबो के लिए जहाँ बजट मे उचित स्थान दिया गया, वही बिहार सरकार के रवैये से यहाँ के के किसानों मे सुधार नही हो रहा है।बजट मे बिहार के किसानो के लिए 13500 करोड़ रूपए दिया गया है।यहाँ के किसान भारत सरकार द्वारा किसान समृद्धि योजना के तहत बिना बिचौलिए के छह हजार रूपए प्रत्येक साल पा रहे है।वही कोरोना काल से ही आठ लाख परिवारो को मुफ्त मे अनाज केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही है। आजादी के बाद जहाँ अन्य राज्यो के किसानो और मजदूरो की दशा सुधरी है ,वही बिहार मे बिगड़ा हे।झारखंड के अलग होने के बाद बिहार मे किसान और खेती बच गया था, जिसे बिकसित कर देश के मानचित्र पर बिहार को ऊँचा किया जा सकता था,लेकिन यहाँ की सरकार कुछ मदद नही की।बिहार के लोग मेहनती होते है।यहाँ के लोग अन्य राज्यो मे पलायन कर वहाँ के कृषि और आधारभूत संरचना के बिकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है,लेकिन हमारे राज्य मे रह रहे किसान और मजदूर गरीबी से जुझ रहे है।आज जरूरत है इनकी दिशा और दशा सुधारने की,जिसे नरेन्द्र मोदी की सरकार आधुनिक कृषि और अन्य संसाधनो के माध्यम से बिकसित बनाने की प्रयास कर रही है। बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है,लेकिन पिछड़ा राज्य मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ आदि राज्य भी आज अपने कै कृषि के मामले मे बिकसित कर चुके है।
उन्होने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती जी किसानो की स्थिति सुधारने के लिए आंदोलन किया था,जिसके परिणामस्वरूप पूरे देश के किसानो की स्थिति मे सुधार हुआ था।वे हमारे देश के महान सुधारक थे,लेकिन बिहार सरकार की मनोदशा के कारण बिहार मे कही भी सार्वजनिक स्थल पर उनका मूर्ति तक स्थापित नही हुआ।यही नही बिहार मे जयप्रकाश नारायण जी के अलावा हजारो स्वतंत्रता सेनानी हुए,लेकिन वामपंथी इतिहासकारों के कारण उन्हे इतिहास मे कही स्थान नही मिला। आज आजादी के अमृत उत्सव पर केन्द्र सरकार उन सभी गुमनाम महान ब्यक्तियो को सम्मान और पहचान देने की काम कर रही है।
राज्यसभा सांसद ने आगामी25 फरवरी को केन्द्रीय गृह सह सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के बिहार पटना मे आगमन की सूचना देते हुए कहा कि किसान-मजदूर समागम के तहत स्वामी सहजानंद सरस्वती जी की जयंती मनायी जाएगी, जिसमे बिहार के किसानो और मजदूरो को उचित सम्मान दिया जाएगा।
प्रेस वार्ता मे जिलाध्यक्ष डाँ प्रेम रंजन चतुर्वेदी, उपाध्यक्ष लव पांडेय,सीडी शर्मा, कौशल विद्यार्थी, दीपक सिंह,कुमार गौतम,प्रहलाद राय,बिजय सिंह आदि लोग शामिल थे।