भारतीय इतिहास की वीर महिलाओं में गिनी जानेवाली रानी दुर्गावती एक वीर निडर और बहुत ही साहसी योद्धा थी। रानी दुर्गावती ने अपने अंतिम सांस तक मुगलों के साथ आजादी की लडाई लडी है। लोग अक्सर वीर योद्धाओं के मृत्यु को याद रखते हैं लेकिन रानी दुर्गावती के म़ुत्यु तिथि से ज्यादा लाग उनके जन्म दिवस को याद करते हैं। उक्त बातें गुरुवार को कैमूर जिले के भभुआ शहर में आदिवासी महापंचायत बिहार के बैनर तले आयोजित किये गये पांच अक्तूबर को रानी दुर्गावती के जयंती के अवसर पर कार्यक्रम में वक्ताओं ने कही। सभा की अध्यक्षता सत्येंद्र प्रसाद गोंड जिलाध्यक्ष ने की। वह वहीं अंबिका प्रसाद व संतोस कुमार गोंड आदिवासी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष राजद, व देवेंद्र प्रसाद गोंड ने इनके जीवनी पर प्रकाश डाला। मौके पर कई लोग मौजूद रहें।